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योगानंद की आत्मकथा से विचार व सोच में आया बदलाव : विराट

टीम इंडिया के कप्तान ने साेशल साइट्स पर योगानंद जी की आत्मकथा के साथ पोस्ट की अपनी तसवीर रांची : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट काेहली ने कहा है कि परमहंस योगानंद जी की आत्मकथा ने मेरे सोच और विचार को बदल दिया है. विराट ने इंस्टाग्राम अकाउंट में पोस्ट करते हुए लिखा है […]

टीम इंडिया के कप्तान ने साेशल साइट्स पर योगानंद जी की आत्मकथा के साथ पोस्ट की अपनी तसवीर

रांची : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट काेहली ने कहा है कि परमहंस योगानंद जी की आत्मकथा ने मेरे सोच और विचार को बदल दिया है. विराट ने इंस्टाग्राम अकाउंट में पोस्ट करते हुए लिखा है कि योगानंद जी की किताब ‘अॉटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी’ को पढ़ने के बाद उनके सोच और विचार में बदलाव आया है.

उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उनकी किताब को दिखाते हुए लिखा है : जिनको अपने सोच और विचार में बदलाव लाना है, उन्हें यह किताब अवश्य पढ़नी चाहिए. किताब को पढ़ने के बाद जीवन बदलने का अनुभव होने लगता है. सोच और विचार में परिवर्तन होने का अनुभव मुझे मिलने लगा. योगानंद जी की आत्मकथा से पूर्व भारतीय क्रिकेट स्टार रवि शास्त्री भी प्रभावित हैं.

योगानंद की आत्मकथा पर फीचर फिल्म भी : योगानंद जी की जीवनी पर फीचर फिल्म भी बन चुकी है. फीचर फिल्म को फिल्म प्रीमियर के अलावा दुनिया भर में दिखाया जा चुका है. जानकार बताते हैं कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और योगानंद जी के पिता 1935 में मिले थे. महात्मा गांधी के अनुरोध पर योगानंद ने उनको व उनके अनुयायियों को क्रिया योग व अध्यात्म की जानकारी दी. विज्ञान व अध्यात्म के बीच सामंजस्य स्थापित कर विस्तृत जानकारी दी.

वर्ष 1917 में स्थापित हुई योगदा सत्संग सोसाइटी : भारत में परमहंस योगानंद ने वर्ष 1917 में भारत योगदा सत्संग सोसाइटी की स्थापना की. यह संस्थान रांची रेलवे स्टेशन के पास स्थित है. यह गैर लाभकारी संगठन है. संस्था का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में लोगों को योगानंद के शिक्षा, विचार, क्रिया योग, ध्यान का विज्ञान का विस्तार से जानकारी देना है. संस्था के स्थापित हुए 100 साल हो गये हैं. इसके देश-दुनिया में सैकड़ों केंद्र हैं.

‘अॉटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी’ को पढ़नेवालों में देश की कई बड़ी हस्तियां भी शामिल

45 भाषाओं में दुनिया भर में पढ़ी जाती है यह किताब

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी क्रिया योग अौर अध्यात्म की जानकारी दी थी योगानंद ने

12 भारतीय भाषाओं में हाे चुका है इसका अनुवाद

रजनीकांत ने भी योगानंद की आत्मकथा को सराहा : फिल्म एक्टर व दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत ने भी योगानंद की आत्मकथा को सराहा है. परमहंस योगानंद द्वारा लिखी किताब का तमिल में अनुवाद शुरू हुआ है. शुभारंभ पर उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरु मेरे सतगुरु हैं. उनकी किताबों में लिखे विचारों को पढ़ने से आध्यात्मिक परिवर्तन आने लगता है.

विचारों के बदलाव स्वभाविक है. मैं उनकी विचारधारा को अपने जीवन में आत्मसात करता हूं. फिल्म हस्तियों मे योगानंद जी के प्रशंसकों में रवीना टंडन भी शामिल हैं. स्टीव जॉब ने अपने आइपैड पर इसकाे डाउनलोड कर पढ़ा है. इसके अलावा कई हस्तियां उनके विचारधारा व दृष्टिकोण को अपना रही हैं. योगानंद जी की पुस्तक अॉटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी का दुनिया की करीब 45 भाषओं में अनुवाद किया गया है. वहीं, 12 भारतीय भाषाओं में इसका अनुवाद हुआ है.

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