रांची : संताल परगना में राजनीतिक सरगरमी बढ़ने वाली है़ झामुमो विधायक अनिल मुरमू के निधन के बाद खाली पड़ी लिट्टीपाड़ा की सीट पर चुनावी दंगल होना है़ लिट्टीपाड़ा झामुमो का मजबूत गढ़ है़ झामुमो को इस सीट पर पिछले कई दशकों से कोई चुनौती नहीं दे पाया है़ स्व मुरमू से पहले इस सीट से साइमन मरांडी लंबे समय तक विधायक रहे़ पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान वह भाजपा में शामिल हो गये थे़ हालांकि साइमन ने अब भाजपा भी छोड़ दिया है़
झामुमो की ओर से शिबू सोरेन के छोटे बेटे बसंत सोरेन को मैदान में उतारने की बात चल रही है़ सूत्रों के अनुसार स्व मुरमू की पत्नी भी चुनाव लड़ना चाहती है़ ऐसे में झामुमो की परेशानी बढ़ सकती है़ भाजपा ने भी मिशन लिट्टीपाड़ा शुरू किया है़ संताल परगना के एक मंत्री को भी लगाया गया है़ भाजपा ने स्व मुरमू के परिवार वालों से संपर्क साधा है़ बसंत सोरेन पर झामुमो ने दावं चला, तो भाजपा सहानुभूति लहर को कैश करना चाहेगी़
अनिल मुरमू के निधन के बाद खाली हुई सीट
साइमन बेटे को कर रहे आगे, मरांडी भी संपर्क में
साइमन मरांडी उपचुनाव को अपने बेटे की राजनीतिक यात्रा की शुरुआत के रूप में देख रहे है़ं साइमन मरांडी यहां से अपने बेटे दिनेश मरांडी काे उतारना चाहते है़ं साइमन मरांडी झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के साथ संपर्क में है़ं बाबूलाल के पास भी लिट्टीपाड़ा में दमदार उम्मीदवार नहीं है़ पिछले चुनाव में झाविमो ने डेनियल किस्कू को चुनाव में उतारा था़ वे नौ हजार वोट लाये थे़
आजसू ने फेंका पासा, साइमन आये तो ठोकेंगे दावेदारी
भाजपा-आजसू का गंठबंधन है़ लिट्टीपाड़ा में दोनों के पास उम्मीदवार का टोटा है़ आजसू ने एनडीए फोल्डर में लिट्टीपाड़ा सीट हासिल करने का पासा फेंका है़ साइमन मरांडी आजसू में आ गये, तो एनडीए के अंदर दावेदारी करेंगे़ आजसू साइमन के भरोसे एनडीए में यह सीट हासिल करना चाहती है़ पिछले शनिवार को सुदेश महतो ने साइमन मरांडी से मुलाकात भी की है़ हालांकि साइमन ने अब तक पत्ता नहीं खोला है़