संशोधित विज्ञापन के खिलाफ राजभवन पर प्रदर्शन

रांची : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से संयुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा 2016 के विज्ञापन तथा बाद में इसके पुन: संशोधित विज्ञापन के खिलाफ सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए सोमवार को छात्रों ने राजभवन के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में छात्र नेता मनोज कुमार तथा धीरेंद्र मिश्रा शामिल हुए. छात्रों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2017 8:18 AM
रांची : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से संयुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा 2016 के विज्ञापन तथा बाद में इसके पुन: संशोधित विज्ञापन के खिलाफ सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए सोमवार को छात्रों ने राजभवन के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में छात्र नेता मनोज कुमार तथा धीरेंद्र मिश्रा शामिल हुए. छात्रों ने विज्ञापन में इतिहास के साथ नागरिक विषय की अनिवार्यता को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों में अॉनर्स बेस्ड पढ़ाई होती है. इतिहास, भूगोल, इकोनॉमिक्स, राजनीति, फिलॉसिफी सहित अन्य विषयों में कोई भी छात्र अपनी पसंद से एक ऑनर्स पेपर तथा दो विषयों को सबसिडियरी पेपर रख सकता है. स्नातक में नामांकन के समय इतिहास के साथ नागरिक या राजनीतिशास्त्र विषय का होना अनिवार्य नहीं है.
बीएड में नामांकन के समय भी इतिहास के साथ राजनीतिशास्त्र की अनिवार्यता नहीं है, तो विज्ञापनमें इन विषयों को साथ जोड़ा जाना गलत है. छात्र नेताअों ने कहा कि ऐसी ही विसंगतियां अन्य विषयों के साथ भी की गयी है. छात्रों ने कहा कि इन विसंगतियों के खिलाफ जनवरी 2017 में शिक्षा सचिव से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया गया था. उन्हें सुझाव भी दिये गये थे, फिर भी संशोधित विज्ञापन में इन सुझावों पर अमल नहीं किया गया.

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