काउंसिल ने भेजा कोर्स की मान्यता का अनुमति पत्र, छात्राओं की हड़ताल जारी

रांची : रिम्स बीएससी नर्सिंग व पोस्ट बेसिक की छात्राओं की हड़ताल तीसरे दिन सोमवार को भी जारी रही. रिम्स निदेशक के साथ काउंसिल के अधिकारियों की हुई बैठक में कमियों को दूर करने का आश्वासन देने के बाद काउंसिल ने कोर्स की मान्यता से संबंधित पत्र रिम्स प्रबंधन को भेज दिया, लेकिन छात्राएं हड़ताल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2017 8:25 AM
रांची : रिम्स बीएससी नर्सिंग व पोस्ट बेसिक की छात्राओं की हड़ताल तीसरे दिन सोमवार को भी जारी रही. रिम्स निदेशक के साथ काउंसिल के अधिकारियों की हुई बैठक में कमियों को दूर करने का आश्वासन देने के बाद काउंसिल ने कोर्स की मान्यता से संबंधित पत्र रिम्स प्रबंधन को भेज दिया, लेकिन छात्राएं हड़ताल जारी रखने पर अड़ी हुई हैं.
छात्राओं का कहना है कि सत्र 2012-13 और सत्र 2016-17 की मान्यता से संबंधित जानकारी मेल से भेज दी गयी है, लेकिन इसे काउंसिल की साइट पर अपलोड नहीं किया गया है. जब तक इस आदेश को काउंसिल की साइट पर अपलोड नहीं किया जाता और प्रबंधन स्थायी फैकल्टी का लिखित आश्वासन नहीं देता, हड़ताल जारी रहेगी. काउंसिल का पत्र आने के बाद प्राचार्य प्रभा डे ने छात्राओं को पत्र सौंपा अौर हड़ताल समाप्त होने का आग्रह किया, लेकिन छात्राएं तैयार नहीं हुई. सोमवार रात तक नर्सिंग की छात्राएं हड़ताल पर बैठी हुई थीं.
मनाने गये प्रभारी निदेशक से नाराज हो गयीं छात्राएं : प्रभारी निदेशक डॉ आरके श्रीवास्तव सोमवार सुबह अपने कार्यालय आये, तो छात्राएं रिम्स प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं. डॉ श्रीवास्तव समझाने के दौरान यह कह बैठे कि तुम लोग नर्स हो तो नर्स ही न रहोगी, चीफ तो नहीं बन जाआेगी. हमारी बात मानों और हड़ताल समाप्त कर दो.
ढाई बजे तक मान्यता पर सकारात्मक जवाब मिल जायेगा. इस पर छात्राएं भड़क गयीं अौर वह कहने लगी कि आप हमारे प्रोफेशन के बारे में क्यों बोल रहे हैं? हालांकि बाद में डॉ श्रीवास्तव ने पत्रकारों से कहा कि मेरे कहने का गलत अर्थ छात्राएं लगा रही हैं. मेरा मतलब गलत नहीं था. मैं अभिभावक के नाते उन्हें समझा रहा था.
अति कर रही हैं नर्सिंग छात्राएं : जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के काे-ऑर्डिनेटर डॉ अजीत कुमार ने कहा कि नर्सिंग छात्राएं अब अति कर रही हैं. छात्राओं की मांग का जेडीए समर्थन कर रहा था, लेकिन वह हमारे संस्थान के मुखिया के साथ अभद्र व्यवहार करेंगी, तो हम साथ नहीं दे सकते हैं. रिम्स से बाहर के संगठन छात्राओं को उकसा रहे हैं. उनके कारण रिम्स कैंपस का माहौल खराब हो रहा है.
प्रबंधन को ये कमियां दूर करने काे कहा है नर्सिंग काउंसिल ने
-फैकल्टी काे प्रोफाॅर्मा में भर कर भेजें -रिवाइज्ड जीएनएम सिलेबस के तहत नर्सिंग लैब हो -ई-लर्निंग प्रोग्राम को शुरू कर जानकारी दें -छात्राओं को टीबी, एचआइवी एवं एड्स में ट्रेंड किया जाये -नर्सिंग कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल हो.
काउंसिल ने कोर्स को मान्यता दे दी है, इसके बावजूद छात्राएं नहीं मान रही हैं, ताे दुखद है. पत्र को साइट पर अपलोड करने के लिए मैं नर्सिंग काउंसिल को आदेश नहीं दे सकता. फैकल्टी के लिए शासी परिषद से अनुमति के बाद सरकार के पास प्रस्ताव सरकार के पास गया है. अब सरकार को निर्णय लेना है. ऐसे में हम आश्वासन कैसे दे सकते हैं?
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक रिम्स

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