रैनुला से पीिड़त गीता सबर लायी गयी रिम्स

रांची. असाध्य बीमारी रैनुला से पीड़ित बच्ची गीता सबर को मुसाबनी से बेहतर इलाज के लिए शुक्रवार को रिम्स लाया गया. जमशेदपुर के उपायुक्त के आग्रह पर रिम्स निदेशक ने बच्ची को भरती कराया. बच्ची को इएनटी विभाग में डॉ पीके सिंह की देखरेख में भरती किया गया है. शनिवार को आवश्यक जांच के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2017 8:10 AM
रांची. असाध्य बीमारी रैनुला से पीड़ित बच्ची गीता सबर को मुसाबनी से बेहतर इलाज के लिए शुक्रवार को रिम्स लाया गया. जमशेदपुर के उपायुक्त के आग्रह पर रिम्स निदेशक ने बच्ची को भरती कराया. बच्ची को इएनटी विभाग में डॉ पीके सिंह की देखरेख में भरती किया गया है. शनिवार को आवश्यक जांच के बाद बच्ची के इलाज की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. एक वर्षीय बच्ची गीता सबर मुसाबनी प्रखंड के तेरंगा पंचायत के चापड़ी गांव की रहनेवाली है.
10 लाख में किसी एक को होती है यह बीमारी
असाध्य बीमारी रैनुला 10 लाख में किसी एक को होती है. उसके पिता जलावन की लकड़ी बेच कर परिवार का गुजारा करते हैं. आर्थिक तंगी के कारण वह बच्ची का इलाज कराने में सक्षम नहीं है. वह गीता को इलाज के लिए जमशेदपुर मेडिकल कॉलेज में लाये थे, लेकिन वहां इलाज नहीं हो पाया. रिम्स के दंत चिकित्सक डॉ बीके प्रजापति ने कहा कि बच्ची को अगर दंत चिकित्सक के परामर्श की आवश्यकता होगी तो वह हरसंभव मदद के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि तीन साल पहले एेसे ही एक बच्चे की सर्जरी की गयी थी. बच्चा आज सामान्य जीवन व्यतीत कर रहा है.
इलाज को आगे आये कई चिकित्सक
प्लास्टिक सर्जन डॉ अनंत सिन्हा, शिशु सर्जन डॉ ज्याेतिष कुमार ने नि:शुल्क इलाज करने का आश्वासन दिया है. डाॅ अनंत सिन्हा ने कहा है कि परिजन देवकमल अस्पताल में बच्चे काे लेकर आयें, उसका इलाज नि:शुल्क किया जायेगा. वहीं थड़पखना रोड स्थित वेल्लोर चिल्ड्रेन अस्पताल के शिशु सर्जन डॉ ज्योतिष कुमार ने भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
जमशेदपुर के उपायुक्त ने बच्ची के बेहतर इलाज के लिए रिम्स में भरती करने का आग्रह किया था. बच्ची को इएनटी वार्ड में भरती किया गया है. बच्ची के इलाज के लिए रिम्स प्रबंधन पूरा सहयोग करेगा.
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक रिम्स

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