छत्तीसगढ़ की घटना के बाद झारखंड में अलर्ट

रांचीः छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में कांग्रेस के नेताओं पर हुए नक्सली हमले के बाद पुलिस मुख्यालय ने झारखंड के जिलों को अलर्ट कर दिया है. जिलों के एसपी को फोन पर अपने- अपने क्षेत्र में विशेष रूप से सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है, ताकि नक्सली किसी घटना को अंजाम नहीं दे सके. कांग्रेसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:41 PM

रांचीः छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में कांग्रेस के नेताओं पर हुए नक्सली हमले के बाद पुलिस मुख्यालय ने झारखंड के जिलों को अलर्ट कर दिया है. जिलों के एसपी को फोन पर अपने- अपने क्षेत्र में विशेष रूप से सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है, ताकि नक्सली किसी घटना को अंजाम नहीं दे सके. कांग्रेसी नेताओं के लिए भी विशेष सुरक्षा के उपाय करने का निर्देश दिया गया है.

बालूमाथ सबसे अधिक संवेदनशील, पलामू का चैनपुर हैं 25वें स्थान पर
रांचीः देश भर में 182 जिले नक्सल प्रभावित हैं. वहीं झारखंड के 24 जिलों में से 21 को नक्सल हमलों की जद में तथा 18 जिलों को अधिक प्रभावित बताया गया है. नक्सल प्रभावित जिलों से संबंधित राज्य सरकार के गृह विभाग की रिपोर्ट में 25 सर्वाधिक प्रभावित प्रखंडों की रैंकिंग की गयी है.

लातेहार जिले का बालूमाथ प्रखंड इस सूची में सबसे ऊपर है. प्रखंडों की सूची नक्सली गतिविधियां, आम जनजीवन को प्रभावित करने की नक्सली क्षमता व संबंधित प्रखंडों में उनके प्रभाव को फीसदी में आंक कर तैयार की गयी है. बालूमाथ को 24.28 फीसदी प्रभावित बताया गया है. वहीं पलामू का चैनपुर सूची में 25वें स्थान पर है. यह 11.54 फीसदी नक्सल प्रभावित प्रखंड है. गौरतलब है कि वर्ष 2010 व 2011 तक की घटनाओं को सूची का आधार बनाया गया था. नक्सलियों ने वर्ष 2010 में राज्य भर में 496, वर्ष 2011 में 504 व 2012 में 479 घटनाओं को अंजाम दिया था. प्रखंडों की सूची में अभी कोई फेरबदल नहीं किया गया है.

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