सेवा भाव से करें मध्यस्थता : जस्टिस गोयल

जमशेदपुर: अधिवक्ता मध्यस्थता से संबंधित कार्य सेवा भावना के साथ करें. यह समाज का काम है. मध्यस्थता के जरिये मामलों का निष्पादन करने से दोनों पक्ष को सहूलियत होती है तथा इसकी खुशी मेडिएटर और अधिवक्ता दोनों को भी होती है. ये बातें सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गाेयल ने कहीं. वह शनिवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2017 7:27 AM
जमशेदपुर: अधिवक्ता मध्यस्थता से संबंधित कार्य सेवा भावना के साथ करें. यह समाज का काम है. मध्यस्थता के जरिये मामलों का निष्पादन करने से दोनों पक्ष को सहूलियत होती है तथा इसकी खुशी मेडिएटर और अधिवक्ता दोनों को भी होती है. ये बातें सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गाेयल ने कहीं. वह शनिवार को जमशेदपुर कोर्ट के लोक अदालत कक्ष में तीन दिवसीय स्टेट लीगल ट्रेनिंग प्रोग्राम के शुभारंभ के दौरान बतौर मुख्य अतिथि अधिवक्ताओं को संबोधित कर रहे थे.

न्यायमूर्ति गोयल ने बताया कि देश में 10 में से दो मेडिएशन सेंटर झारखंड में बनाये गये हैं. इनमें पहला रांची और दूसरा जमशेदपुर है. डालसा, जमशेदपुर मध्यस्थता कर मामलों के निष्पादन में अव्वल स्थान प्राप्त करता है. यहां 72 प्रतिशत मामलों को मध्यस्थता कर समाप्त कर दिया जाता है. इसका श्रेय यहां के जज और अधिवक्ताओं को जाता है.


झारखंड हाई कोर्ट, झालसा के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन न्यायाधीश डीएन पटेल ने कहा कि अधिवक्ताओं के सहयोग के बिना मध्यस्थता संबंधी कार्य सफल नहीं हो सकता है. मौके पर झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह, पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अमित कुमार सहित कई न्यायधीश मौजूद थे. समारोह के अंत में उपायुक्त ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम की दूसरी पाली में 24 जिला से आये 72 अधिवक्ता के लिए लीगल ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इसमें रांची के मेडिएटर मधुसूदन गांगुली, डालटेनगंज से प्रकाश रंजन और दुमका के किरण तिवारी ने अधिवक्ताओं को मध्यस्थता के गुण, काम करने के तरीके के बारे में जानकारी दी.

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