शिक्षक नियुक्ति में यहां के लोगों का हक न मारें

रांची : सदान मोरचा की बैठक रविवार को होटल गंगा आश्रम में हुई. इस दौरान राज्य में सदानों की हो रही घोर उपेक्षा पर विशेष रूप से चर्चा की गयी. बैठक को संबोधित करते हुए सदान मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह ध्यान रखना चाहिए कि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2017 6:45 AM
रांची : सदान मोरचा की बैठक रविवार को होटल गंगा आश्रम में हुई. इस दौरान राज्य में सदानों की हो रही घोर उपेक्षा पर विशेष रूप से चर्चा की गयी. बैठक को संबोधित करते हुए सदान मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह ध्यान रखना चाहिए कि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में बाहरी लोग आकर यहां के लोगों का हक न मारें.
प्रसाद ने कहा कि राज्य में सदान बहुसंख्यक हैं, लेकिन वे राजनैतिक, आर्थिक व शैक्षणिक दृष्टिकोण से काफी पिछड़े हुए हैं. प्रसाद ने कहा कि सरकार ने जो स्थानीय नीति बनायी है, उसी का अगर पालन हो तो बाहरी अभ्यर्थियों का यहां की नौकरी में आना असंभव हो जायेगा. हालांकि कुछ लोग सरकार को इस विषय पर गुमराह कर रहे हैं. संजय नाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड में हम सदानों का काम सिर्फ वोट देना रह गया है. वासुदेव प्रसाद ने कहा कि झारखंड में सदान छात्र को नौकरी नहीं देना था, तो स्थानीय नीति की जरूरत क्या थी.
ब्रजभूषण पाठक ने कहा कि आज भी हम सदान अपनी पहचान के लिए लड़ रहे हैं. सदान छात्र मोरचा के प्रदेश महासचिव तालेश्वर महतो ने कहा कि दो विषय की बाध्यता हर हाल में समाप्त होनी चाहिए. बैठक में मनीष साहू, महेंद्र ठाकुर, दीपक सिंह, विशाल शर्मा, तरुण शाह, मुकेश सिंह आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version