जेल में बंद सुखदेव ने लगाया आरोप, पुलिस ने सुरेंद्र गंझू के बदले मुझे जेल भेज दिया
रांची: हजारीबाग जेल में बंद सुखदेव गंझू ने डीजीपी को एक पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से उसने गिद्दी पुलिस पर आरोप लगाया है कि लेवी वसूली के मामले में निर्दोष होते हुए भी उसे जेल भेज दिया गया. सुखदेव गंझू के वोटर आइडी कार्ड के मुताबिक उसका घर चतरा जिला के पत्थरगड्डा थाना […]
रांची: हजारीबाग जेल में बंद सुखदेव गंझू ने डीजीपी को एक पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से उसने गिद्दी पुलिस पर आरोप लगाया है कि लेवी वसूली के मामले में निर्दोष होते हुए भी उसे जेल भेज दिया गया. सुखदेव गंझू के वोटर आइडी कार्ड के मुताबिक उसका घर चतरा जिला के पत्थरगड्डा थाना क्षेत्र के जेहरा गांव में है. गिद्दी थाना कांड संख्या-88/2010 में जिस सुरेंद्र जी उर्फ सुरेंद्र गंझू को नामजद अभियुक्त बनाया गया है, उसका पता ग्राम व थाना बरवाटोला अंकित किया गया है.
यह प्राथमिकी गिद्दी के तत्कालीन थाना प्रभारी मदन मोहन सिंह के बयान पर दर्ज की गयी थी. बंदी पत्र के मुताबिक गिद्दी थाना में जिस सुरेंद्र जी उर्फ सुरेंद्र गंझू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है, उसके खिलाफ मांडू थाना में भी चार मामले दर्ज हैं. इस तरह गिद्दी पुलिस द्वारा उसे जेल भेजे जाने के बाद मांडू पुलिस ने भी उसे तीनों मामलों में रिमांड पर लिया है.
सुखदेव गंझू ने डीजीपी से अनुरोध किया है कि पूरे मामले की जांच करा कर उसे न्याय दिलाया जाये. इस मामले में पूछे जाने पर हजारीबाग के एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है. वैसे आपराधिक व नक्सली मामलों में कई बार शुरू में अभियुक्त की सही पहचान की जानकारी नहीं मिल पाती है. जांच में सही पहचान का पता चलता है. इसलिए जांच के बाद ही यह कहा जा सकता है कि सुखदेव गंझू निर्दोष है या प्राथमिकी का अभियुक्त वही है.