पिस्का मोड़ पर भड़के लोगों ने कहा- आदिवासियों की आस्था से खिलवाड़ बरदाश्त नहीं
रांची : पिस्का मोड़ पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि आदिवासी समाज स्व कार्तिक उरांव की पूजा भगवान की तरह करता है. हम उनका निरादर बरदाश्त नहीं करेंगे. वे प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर जम कर बरसीं. महिलाएं और युवतियां अपशब्दों का प्रयोग करते हुए तरह-तरह की बद्दुआएं दे रही […]
रांची : पिस्का मोड़ पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि आदिवासी समाज स्व कार्तिक उरांव की पूजा भगवान की तरह करता है. हम उनका निरादर बरदाश्त नहीं करेंगे. वे प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर जम कर बरसीं. महिलाएं और युवतियां अपशब्दों का प्रयोग करते हुए तरह-तरह की बद्दुआएं दे रही थीं. वे कह रही थीं कि तुमने हमारे भगवान को हटाया है. तुमलोगों के साथ कभी अच्छा नहीं होगा.
प्रदर्शन करनेवालों में हेसल, हेहल, पंडरा, बजरा, कटहल गोंदा, बनहौरा चटकपुर, सोसो सुंडील, मधुकम, खादगढ़ा, इंद्रपुरी व लक्ष्मीनगर के आदिवासी समुदाय के लोग शामिल थे. बाद में महिला, पुरुष, युवक-युवतियां रोड पर बैठ गये और सड़क को दोनों ओर जाम कर दिया. प्रदर्शनकारी जिला प्रशासन, पुलिस और सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे. धरना-प्रदर्शन में केंद्रीय सरना समिति, सरना समिति पश्चिमी छोर, आदिवासी छात्र संघ और सरना प्रार्थना सभा के सदस्य शामिल थे. वे लोग जिला प्रशासन और जिला पुलिस के अधिकारियों के किसी भी बात को मानने को तैयार नहीं थे.
उग्र आंदोलन करेंगे : केंद्रीय आदिवासी सेना के अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस ने आदिवासी समाज की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है. यदि ससम्मान कार्तिक उरांव के शिलापट्ट को नहीं लाया जाता है, तो आदिवासी समाज उग्र आंदोलन करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्रीय आदिवासी सेना के साथ कई अन्य अादिवासी संगठन भी इसमें शामिल होंगे.
जाम हो गया पूरा रोड : पिस्का मोड़ पर चल रहे हंगामे के कारण पिस्का मोड़ से इटकी और रातू आने-जाने वाला रोड पूरी तरह जाम हो गया था. पलामू से न्यू मार्केट के पास बस पकड़ने आनेवाले लोगों को परेशानी हुई. पलामू से आनेवाली बस पिस्का मोड़ से काफी पहले रोक दी जा रही थी. लोग पैदल यात्रियों को जाने से रोक रहे थे. थोड़ी देर के लिए एक तरफ के रोड के पुलिस ने खुलवा दिया था. ट्रक बस व अन्य छोटी वाहन आने-जाने लगे थे, लेकिर फिर सभी लोग उस रोड काे जाम कर दिया और रोड पर ही बैठ गये. दस बजे नो इंट्री समाप्त होने के बाद ट्रकों की लंबी लाइन लग गयी.
बंद करा दिये होटल, कई लोगों को नहीं मिला खाना
रांची. पिस्का मोड़ पर कार्तिक उरांव के नामवाले शिलापट्ट और सरना झंडा को हटाने के बाद हुए विवाद से भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. घटना के बाद इटकी रोड पंडरा के होटलों को बंद कर दिया गया. इससे खाने के लिए होटल पर निर्भर रहनेवालों को काफी परेशानी हुई. घटना के बाद इटकी एवं रातू रोड में गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं. इससे जाम की समस्या भी उत्पन्न हुई.
कोई धार्मिक संरचना खड़ी न करें : सीओ
रांची. सर्वोच्च न्यायालय के एक आदेश के आलोक में छह मार्च को हेहल सीओ ने आमलोगों ने एक नोटिस जारी किया है. नोटिस में उन्होंने लिखा है कि न्यायालय द्वारा पारित आदेश के आलोक में पिस्का मोड़ चौक पर किसी भी तरह की धार्मिक संरचना मूर्ति अथवा पत्थर चौक के नाम को इंगित करते हुए खड़ा न करें. बिना उचित प्राधिकार की अनुमति के ऐसा करना कानून अपराध होगा.