पाइपलाइन बिछाने का काम 10 टीमों से करायें

शहर में चल रहे सीवरेज-ड्रेनेज के काम में लेटलतीफी पर बोले मंत्री रांची : सीवरेज-ड्रेनेज के लिए चयनित कंपनी ज्योति बिल्डटेक के कार्यों की समीक्षा भी गुरुवार काे निगम बोर्ड की बैठक में की गयी. बैठक में उपस्थित नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि वर्ष 2006 के डीपीआर से सीवरेज व ड्रेनेजके पाइप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2017 6:46 AM
शहर में चल रहे सीवरेज-ड्रेनेज के काम में लेटलतीफी पर बोले मंत्री
रांची : सीवरेज-ड्रेनेज के लिए चयनित कंपनी ज्योति बिल्डटेक के कार्यों की समीक्षा भी गुरुवार काे निगम बोर्ड की बैठक में की गयी.
बैठक में उपस्थित नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि वर्ष 2006 के डीपीआर से सीवरेज व ड्रेनेजके पाइप लाइन बिछायी जा रही है. इसलिए काम करने में कठिनाई हो रही है. कई नये मोहल्ले बस गये हैं, जिनका नये सिरे से सर्वे किया गया. इसलिए विलंब हुआ, लेकिन अब सर्वे का कार्य पूरा हो गया है. अब कंपनी को यह निर्देश दिया गया है कि वह पूर्व में जहां चार टीमाें से शहर में पाइप लाइन बिछाने का काम कर रही थी, उसे बढ़ाकर 10-12 करे, ताकि लोगों को काम धरातल पर दिखे.
चौक-चौराहों के नामकरण का तरीका बदलेगा
नामकरण काे लेकर उपजे विवाद के बाद रांची नगर निगम ने राजधानी के चौक-चौराहों व सड़कों के नामकरण के तरीके में बदलाव किया है. नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने इस संबंध में कहा कि अब किसी भी चौक के नामकरण का आवेदन कोई व्यक्ति अगर देता है, तो सबसे पहले उसके लिए अखबारों में विज्ञापन छपवाकर लोगों से आपत्ति मांगी जायेगी. उन आपत्तियों पर निगम बोर्ड में विस्तार से चरचा होगी.
उसके बाद भी किसी चौक-चौराहा या सड़क के नामकरण को रांची नगर निगम मंजूरी देगा. ज्ञात हो कि इससे पूर्व नामकरण का तरीका उलटा था. किसी भी प्रस्ताव को सीधे निगम बोर्ड में लाकर पास करवाया जाता था. फिर पब्लिक से आपत्ति मांगी जाती थी. जानकारी के अभाव में लोग आपत्ति भी नहीं दे पाते थे. साथ ही इन नामों पर विस्तृत चरचा भी निगम बोर्ड में नहीं हो पाती थी.

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