किसी दीन-दुखी की हाय मत लेना : स्वामी अध्यात्मानंद
रांची : मेन रोड स्थित मां आनंदमयी आश्रम में चल रहे कथा वाचन में शुक्रवार को स्वामी अध्यात्मानंद ने कहा कि कहा कि किसी दीन-दुखी का हाय नहीं लेना चाहिए. कर्म की गति महान है. सेवा करने का कोई भी अवसर न छोड़ें. अगर हम पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, दीन-दुखी के प्रति सद्भाव नहीं रख सकते, तो […]
रांची : मेन रोड स्थित मां आनंदमयी आश्रम में चल रहे कथा वाचन में शुक्रवार को स्वामी अध्यात्मानंद ने कहा कि कहा कि किसी दीन-दुखी का हाय नहीं लेना चाहिए. कर्म की गति महान है.
सेवा करने का कोई भी अवसर न छोड़ें. अगर हम पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, दीन-दुखी के प्रति सद्भाव नहीं रख सकते, तो परमात्मा प्राप्ति कदापि संभव नहीं है. उन्होंने श्री राम अौर श्रीकृष्ण की कथा भी सुनायी. उन्होंने बताया कि ताड़का व पुतना व्यक्तिगत जीवन की कामना व वासना है. जो व्यक्ति अपने जीवन में कुछ विशेष प्रयोजन से अग्रसर करना चाहता है, पर वह अपनी मानसिक वृतियों पर संयम रखे. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे़