स्थानीय लोगों का विकास ही अडाणी ग्रुप की प्राथमिकता

रांची : झारखंड के गाेड्डा में अडाणी के पावर प्लांट के लिए लाेग भी जमीन देने काे तैयार हैं. सरकार भी पूरा सहयाेग कर रही है, पर कुछ लाेग अनावश्यक विवाद पैदा कर रहे हैं. उम्मीद है समय पर सब ठीक हाे जायेगा. यह कहना है… अडाणी ग्रुप, झारखंड के कॉरपोरेट अफेयर्स हेड अमृतांशु प्रसाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2017 7:22 AM
रांची : झारखंड के गाेड्डा में अडाणी के पावर प्लांट के लिए लाेग भी जमीन देने काे तैयार हैं. सरकार भी पूरा सहयाेग कर रही है, पर कुछ लाेग अनावश्यक विवाद पैदा कर रहे हैं.
उम्मीद है समय पर सब ठीक हाे जायेगा. यह कहना है… अडाणी ग्रुप, झारखंड के कॉरपोरेट अफेयर्स हेड अमृतांशु प्रसाद का. वह होटल कैपिटल हिल में मीडिया को अडाणी ग्रुप के पूरे कार्यों की जानकारी दे रहे थे. उन्होंने बताया कि भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार के बीच हुए समझौते के तहत ही गोड्डा में पावर प्लांट लगाया जा रहा है. यह 1600 मेगावाट का पावर प्लांट होगा, जो पूरी तरह सुपर क्रिटिकल होगा. इस प्लांट में किसी प्रकार के प्रदूषण की समस्या नहीं रहेगी. उन्होंने बताया कि अडाणी ग्रुप जहां भी काम करता है, वहां के स्थानीय निवासियों को साथ लेकर काम करता है. उनके विकास के लिए प्रतिबद्धता कंपनी की पहली प्राथमिकता है.
पर कंपनी किसी प्रकार के विवाद में पड़ कर काम नहीं करना चाहती. गोड्डा में जिला प्रशासन ने ग्राम सभा की है. ग्राम सभा ने भी मंजूरी दी है. पर ग्राम सभा के बाद कुछ लोगों ने जान-बूझ कर हंगामा करवाया. श्री प्रसाद ने कहा कि 1200 एकड़ जमीन की जरूरत है. लोग भी देना चाह रहे हैं. सरकार भी पूरा सहयोग कर रही है.
प्रशासन का भी सहयोग है. उन्होंने कहा कि प्रतिबद्धता के तहत 2019 तक पावर प्लांट से उत्पादन चालू करना है. कंपनी सरकार द्वारा निर्धारित मुआवजा राशि 25 लाख से लेकर 48 लाख रुपये प्रति एकड़ तक दे रही है. इसके अलावा सीएसआर पर भी बड़ी रकम खर्च की जायेगी. उन्होंने बताया कि अडाणी ग्रुप देश का सबसे बड़ा बिजली उत्पादक ग्रुप है. यह कंपनी लोगों के साथ चलती है, ताकि उनकी सहभागिता बनी रही.

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