अनिल मुरमू की पत्नी हो सकतीं हैं झामुमो उम्मीदवार
सहानुभूति लहर के बीच अपना किला बचाने की रणनीति, कांग्रेस-झाविमो का भी मिल सकता है साथ वर्तमान राजनीतिक हालात में झामुमो नहीं करना चाहता है कोई चूक रांची : लिट्टीपाड़ा उपचुनाव में अनिल मुरमू की पत्नी को उम्मीदवार बनाने पर झामुमो खेमा विचार कर रहा है़ झामुमो के तेज-तर्रार विधायक रहे अनिल मुरमू के निधन […]
सहानुभूति लहर के बीच अपना किला बचाने की रणनीति, कांग्रेस-झाविमो का भी मिल सकता है साथ
वर्तमान राजनीतिक हालात में झामुमो नहीं करना चाहता है कोई चूक
रांची : लिट्टीपाड़ा उपचुनाव में अनिल मुरमू की पत्नी को उम्मीदवार बनाने पर झामुमो खेमा विचार कर रहा है़ झामुमो के तेज-तर्रार विधायक रहे अनिल मुरमू के निधन के बाद से यह सीट खाली हुई. लिट्टीपाड़ा झामुमो का मजबूत गढ़ है, लेकिन यूपी चुनाव के बाद बदले राजनीतिक हालात में सहानुभूति लहर के सहारे जीत का कोण बनाने की रणनीति है़
इधर, कांग्रेस और झाविमो का भी समर्थन स्व मुरमू की पत्नी के नाम पर आसानी से मिल जायेगा़ झाविमो ने पहले ही साफ किया है कि यदि झामुमो ने अनिल मुरमू की पत्नी को उम्मीदवार बनाया, तो समर्थन देने पर विचार करेंगे़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत भी प्रतिपक्ष के नेता व झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष से मिल कर समर्थन का संकेत दे चुके है़
भाजपा की भी है नजर
स्व अनिल मुरमू की पत्नी को उम्मीदवार बनाने की कोशिश में भाजपा भी लगी है़ भाजपा के लोग भी स्व मुरमू की पत्नी को अपने खेमा में करने की जुगत में हैं. झामुमो की कोशिश है कि संताल परगना में भाजपा कोइस उपचुनाव के बहाने घुसने नहीं दिया जाये़ अगर स्व मुरमू की पत्नी को भाजपा मनाने में सफल रही, तो झामुमो की चुनौती बढ़ सकती है़
पहली पत्नी की है दावेदारी, पार्टी में भी इस पर है सहमति
स्व अनिल मुरमू की दो पत्नी है़ं पहली पत्नी यूनिकी यदौरा हांसदा दुमका के एसपी कॉलेज में गैर शैक्षणिक पद पर कार्यरत है़ं वहीं दूसरी पत्नी का नाम निशा शबनम हांसदा है. पार्टी के अंदर पहली पत्नी के नाम पर ही सहमति बन रही है़ वहीं दूसरी पत्नी गांव में रहती है़ हालांकि कुछ लोग दूसरी पत्नी की पैरवी में भी जुटे है़ं उम्मीदवारी से पहले परिवार के अंदर के विवाद को पाटने की भी कोशिश होगी़
एक-दो दिन में पार्टी उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर देगी़ हम उपचुनाव की तैयारी में है़ उम्मीदवारी को लेकर कहीं कोई परेशानी नहीं है़ लिट्टीपाड़ा उपचुनाव को लेकर पार्टी पूरी तरह आश्वस्त रही है़ यहां हमारे सामने कोई दूसरा नहीं है़
सुप्रियो भट्टाचार्य, पार्टी महासचिव