हंगामे की भेंट चढ़ गयी आरआरडीए की बैठक
रांची : रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार (आरआरडीए) की बैठक शुक्रवार को हो-हंगामे की वजह से बीच में स्थगित कर दी गयी. अध्यक्ष परमा सिंह की अध्यक्षता में बैठक दिन के 11 बजे शुरू हुई. इस दौरान आरआरडीए के सदस्य मनोज कुमार पांडेय एवं राजीव रंजन कुमार ने बैठक के एजेंडा में त्रुटि पर अापत्ति जतायी. […]
रांची : रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार (आरआरडीए) की बैठक शुक्रवार को हो-हंगामे की वजह से बीच में स्थगित कर दी गयी. अध्यक्ष परमा सिंह की अध्यक्षता में बैठक दिन के 11 बजे शुरू हुई. इस दौरान आरआरडीए के सदस्य मनोज कुमार पांडेय एवं राजीव रंजन कुमार ने बैठक के एजेंडा में त्रुटि पर अापत्ति जतायी.
सदस्यों का कहना था कि एजेंडा में तीन से ज्यादा त्रुटियां होने पर इसे गलत माना जाता है, जबकि यहां तो छह त्रृटियां हैं. इसके अलावा सदस्यों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी जानबूझ कर कार्य में लापरवाही बरत रह हैं. ऐसे कर्मचारियों को बैठक में निलंबित कर दिया जाना चाहिए. इस पर आरआरडीए अध्यक्ष परमा सिंह ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा, उसके बाद ही नियमसंगत कार्रवाई की जायेगी. हो-हंगामे को देखते हुए बैठक को बीच में ही स्थगित कर दिया गया. बैठक में उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
प्राधिकार में नहीं होने दूंगा गलत काम : परमा सिंह
बैठक स्थगित होने के बाद आरआरडीए अध्यक्ष परमा सिंह ने कहा कि बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये जाने थे. खादगढ़ा की जमीन पर आरआरडीए का मार्केट, डेली मार्केट में नये सिरे से मार्केट बनाने का निर्णय लेना था. इससे आम जनता को लाभ होता, लेकिन सदस्य पहले से ही बैठक स्थगित करने का मन बना कर आये थे. श्री सिंह ने कहा कि आरआरडीए क्षेत्र में अवैध निर्माण जारी है, लेकिन अभियंता की कमी के कारण हम कार्रवाई नहीं कर पा रहे है. बैठक में 15 जूनियर इंजीनियर के अनुबंध पर बहाल करने का एजेंडा था, लेकिन बैठक स्थगित होने के कारण इस पर भी सहमति नहीं बन पायी. उन्होंने कहा कि आवास निर्माण कार्य में लेबर शेष के नाम पर डेढ़ प्रतिशत देना पड़ता है. हम इसे समाप्त करना चाहते हैं. इससे लोगों को काफी राहत मिलेगा. आरआरडीए अध्यक्ष कहा कि मेरा मन पूरी तरफ साफ है. जब तक मैं यहां हूं, आरआरडीए में किसी प्रकार का गलत काम नहीं होने दूंगा. अध्यक्ष ने कहा कि बैठक की अगली तिथि नये सिरे से तय की जायेगी.
हस्ताक्षर फरजी, कराऊंगा प्राथमिकी : मनोज
आरआरडीए के सदस्य मनोज कुमार पांडेय ने कहा पूर्व की बैठक की प्रोसिडिंग हमारे पास नहीं है, इसलिए आगे की कार्रवाई नहीं की जा सकती है. जब कर्मचारियों ने दिखाया कि उन्होंने हस्ताक्षर कर कागजात लिया है, तो हस्ताक्षर देख कर वह भड़क गये. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष महोदय यह मेरा हस्ताक्षर नहीं है. पूर्व के हस्ताक्षर का मिलान कराया जाये. चिह्नित कर ऐसे लोगों को निलंबित करने का आदेश दे. बैठक के बाद पत्रकारों को उन्होंने बताया कि वह इस मामले पर एफआइआर करेंगे. अध्यक्ष सबसे कमजोर हैं, नहीं तो वह कर्मचारियों पर कार्रवाई करते.