दो माह में 15,999 लोग मलेरिया से ग्रस्त
सुनील चौधरी रांची : झारखंड में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. जनवरी-फरवरी माह में ठंड के बावजूद मच्छरों का प्रकोप ज्यादा रहा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले दो माह में 5.35 लाख लोगों के रक्त की जांच की गयी. इनमें से 15,999 लोग मलेरिया से ग्रसित पाये गये हैं. इनमें भी आधे से अधिक लोग […]
सुनील चौधरी
रांची : झारखंड में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. जनवरी-फरवरी माह में ठंड के बावजूद मच्छरों का प्रकोप ज्यादा रहा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले दो माह में 5.35 लाख लोगों के रक्त की जांच की गयी. इनमें से 15,999 लोग मलेरिया से ग्रसित पाये गये हैं. इनमें भी आधे से अधिक लोग मलेरिया के डेंजर लेबल फेल्सीपेरम मलेरिया से ग्रसित हैं. यानी 8,822 लोग डेंजर लेबल पर हैं. आंकड़ों के लिहाज से प्रत्येक एक हजार लोगों में 0.42 लोग मलेरिया से प्रभावित हैं. आंकड़ों को देखें तो जनवरी-फरवरी में कुल 59 दिन हुए. इन 59 दिन में 15999 लोग मलेरिया से ग्रसित पाये गये. यानी एक दिन में 271 लोग मलेरिया से प्रभावित हो रहे हैं. इसी प्रकार रांची में हर दिन पांच लोग मलेरिया से प्रभावित हो रहे हैं.
प सिंहभूम में सबसे अधिक मलेरिया प्रभावित : विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले दो माह में प सिंहभूम जिले में सबसे अधिक लोग मलेरिया से प्रभावित हैं. यहां 56914 लोगों के रक्त की जांच की गयी, जिसमें 4361 लोग मलेरिया से प्रभावित पाये गये. इनमें से 3467 लोग फेल्सीपेरम मलेरिया से ग्रसित हैं. यहां प्रत्येक एक हजार की आबादी में 2.63 लोग मलेरिया से प्रभावित हैं. वहीं जामताड़ा, देवघर, कोडरमा में दो से तीन लोग ही मलेरिया प्रभावित पाये गये हैं. राजधानी रांची में 20743 लोगों के रक्त की जांच की गयी, जिसमें से 288 लोग मलेरिया से प्रभावित पाये गये. यहां प्रति एक हजार की आबादी में 0.08 लोग मलेरिया से प्रभावित हैं.
90 फीसदी मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 15 नवंबर 2016 को 19 लाख मेडिकेटेड मच्छरदानी बांटने की योजना शुरू की थी. अब तक करीब 17 लाख मच्छरदानी का वितरण हो चुका है. केंद्र सरकार ने अतिरिक्त 60 लाख मच्छरदानी झारखंड को देने की स्वीकृति दी है. कहा जा रहा है कि एक से दो माह में आपूर्ति होते ही इसका भी वितरण आरंभ हो जायेगा.
रांची शहरी क्षेत्र में नहीं हो रही फॉगिंग, लोग परेशान
शहरी क्षेत्र में मच्छरों से बचाव के लिए फॉगिंग की जाती है. रांची नगर निगम के पास वर्तमान में 13 फॉगिंग मशीनें हैं. परंतु उन मशीनों से नगर निगम फाॅगिंग नहीं के बराबर करता है. अगर कभी-कभार फॉगिंग हुई, भी तो वह केवल वीवीआइपी कॉलोनी तक ही सीमित रह जाती है. वर्तमान में नगर निगम के द्वारा मच्छरों का लार्वा नष्ट करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
इसके तहत 100 मशीनों से गली मोहल्ले के नालियों व जलजमाव वाले स्थलों में छिड़काव किया जा रहा है. निगम की स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ किरण कुमारी की मानें, तो मच्छरों का लार्वा नष्ट करने का व्यापक अभियान हम शुरू करने जा रहे हैं. वर्तमान में 100 मशीनों से यह कार्य चल रहा है. हम और 500 मशीनों की खरीदारी कर रहे हैं. फिर 600 मशीनों से एक ही बार में यह अभियान प्रारंभ किया जायेगा.