इस गरमी में राजधानीवासियों को नहीं होगी पानी की किल्लत

अच्छी खबर. तीनों जलाशयों में लबालब भरा है पानी, पेयजल विभाग आश्वस्त रांची : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक रुक्का और गोंदा डैम से 180 दिनों से अधिक पीने के पानी की लगातार आपूर्ति की जा सकती है. ऐसे में विभाग ने भी उम्मीद जतायी है कि 2017 की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2017 7:39 AM
अच्छी खबर. तीनों जलाशयों में लबालब भरा है पानी, पेयजल विभाग आश्वस्त
रांची : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक रुक्का और गोंदा डैम से 180 दिनों से अधिक पीने के पानी की लगातार आपूर्ति की जा सकती है. ऐसे में विभाग ने भी उम्मीद जतायी है कि 2017 की गरमी में राजधानीवासियों को ज्यादा दिक्कत नहीं होगी. विभाग के मुताबिक हटिया जलाशय से 22 मार्च से दोबारा पानी की राशनिंग (कटौती) शुरू कर दी जायेगी. डैम से तीन मार्च से अब तक लगातार पीने के पानी की आपूर्ति की जा रही है.
हटिया डैम से जुड़े इलाकों में हुई थी ज्यादा परेशानी : पिछले वर्ष मार्च के बाद से लेकर बारिश होने तक हटिया डैम से जुड़े 40 मुहल्लों में भारी परेशानी हुई थी. सरकार की ओर से पानी की राशनिंग किये जाने की वजह से स्थिति और खराब हो गयी थी. क्योंकि लोगों को दो-दो दिन का पीने का पानी और उपयोग में लाये जानेवाले पानी का स्टॉक रखना पड़ता था.
अब भी वही स्थिति बनी हुई है. राशनिंग की वजह से रविवार, सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को ही हटिया डैम से पीने के पानी की आपूर्ति की जाती है. डैम से एचइसी आवासीय काॅलोनी, एचइसी के तीनों प्लांट, एचइसी अस्पताल, जगन्नाथपुर, प्रोजेक्ट भवन मंत्रालय और सरकार के सभी भवन, एचइसी मुख्यालय, बिरसा चौक, रेलवे काॅलोनी हटिया, तुपुदाना, हवाई नगर, बंधु नगर, हिनू, शुक्ला काॅलोनी, एयरपोर्ट काॅलोनी, वीर कुंवर सिंह काॅलोनी, रांची एयरपोर्ट, सचिवालय काॅलोनी, पीएचइडी काॅलोनी, किलबर्न काॅलोनी, मनीटोला, साकेत नगर, न्यू साकेत नगर, हिनू बस्ती, खोखमाटोली समेत अन्य सटे मुहल्लों में जलापूर्ति की जाती है.
गरमी में इन इलाकों में होती है दिक्कत
राजधानी के कई मुहल्लों में गरमी के दिनों में पीने के पानी की दिक्कत हो जाती है. खास कर रातू रोड से जुड़े मुहल्ले, चुटिया, कांटाटोली, डोरंडा का कुछ इलाका, धुर्वा के क्षेत्र, चर्च रोड, हिंदपीढ़ी, एचइसी आवासीय कालोनी, पुनदाग, अरगोड़ा, हरमू हाउसिंग कालोनी, किशोरगंज, कोकर, वर्दवान कंपाउंड और अन्य इलाकों में गरमी के दिनों में ट्यूबवेल और कुओं का जल स्तर कम होने से लोगों की निर्भरता पाइपलाइन जलापूर्ति पर अधिक हो जाती है. ऐसे में एक दिन भी पानी नहीं आने पर हाहाकार जैसी स्थिति हो जाती है.
तीन प्रमुख जलाशयों पर निर्भर है राजधानीवासी
10 लाख से अधिक की शहरी आबादी में से 80 फीसदी आज भी राजधानी के तीन प्रमुख जलाशयों पर निर्भर है. राजधानी रांची में प्रतिदिन लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 45 मिलियन गैलन पानी (एमजीडी) की आपूर्ति की जाती है. रुक्का डैम से सबसे अधिक 32 से 34 एमजीडी, हटिया डैम से 92.50 लाख गैलन और गोंदा डैम से 40 लाख गैलन पानी की आपूर्ति प्रति दिन रांची नगर निगम के 55 वार्डों में से 80 फीसदी हिस्से पर की जाती है.
विभाग ने की है पूरी तैयारी : अभियंता प्रमुख
पेयजल और स्वच्छता विभाग की तरफ से गरमी को देखते हुए जूनियर इंजीनियर से लेकर कार्यपालक अभियंताओं की छुट्टी रद्द करने की योजना बनायी गयी है. विभाग के अभियंता प्रमुख रमेश कुमार के अनुसार अधिकतर अभियंताओं के मोबाइल नंबर भी किसी तरह की पानी की किल्लत को दूर करने के लिए सार्वजनिक किये जायेंगे. इस पर आम आदमी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा पाइपलाइन के क्षतिग्रस्त होने पर उसे 24 से 48 घंटे के अंदर बनाने के भी निर्देश दिये गये हैं. रांची शहरी क्षेत्र में 450 किलोमीटर से अधिक की पाइप लाइन जलापूर्ति के लिए बिछायी गयी है.
डैमों की स्थिति
डैम वर्तमान पिछले वर्ष पानी की
का नाम जल स्तर का स्तर वर्तमान स्थिति
हटिया डैम 22 फीट 12.13 फीट 30 जून 2017 तक नहीं होगी कमी
रूक्का डैम 23 से 24 फीट 22 फीट अधिकतम जल स्तर पर है जलाशय
गोंदा डैम 19 फीट से अधिक 17 फीट 190 दिनों से अधिक का स्टॉक है

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