रांची : रिम्स में मरीजों को अगले माह से बेड पर ही मिलेगा सीलबंद खाना
रांची : रिम्स में भरती मरीजों को अप्रैल के पहले हफ्ते से बेड पर ही सीलबंद खाना मिलेगा. इसका जिम्मा नयी दिल्ली की एजेंसी ‘प्राइम सर्विसेज’ को दिया गया है. एजेंसी ने प्रबंधन को आश्ववस्त किया है कि वह आदेश पत्र जारी होने के 15 दिन के अंदर रिम्स में अपनी सेवा शुरू कर देगी. […]
रांची : रिम्स में भरती मरीजों को अप्रैल के पहले हफ्ते से बेड पर ही सीलबंद खाना मिलेगा. इसका जिम्मा नयी दिल्ली की एजेंसी ‘प्राइम सर्विसेज’ को दिया गया है. एजेंसी ने प्रबंधन को आश्ववस्त किया है कि वह आदेश पत्र जारी होने के 15 दिन के अंदर रिम्स में अपनी सेवा शुरू कर देगी. मौजूदा समय में रिम्स मरीजों को तीन वक्त का खाना दिया जाता है. इस मद में प्रति मरीज 80 रुपये का खर्च आता है. वहीं, नयी एजेंसी 93.82 रुपये में तीन वक्त का खाना मरीज को बेड पर मुहैया करायेगी. गुणवत्ता और हाइजिन का ख्याल रखते हुए मरीजों के लिए खाना सीलबंद पैकेट में बेड पर दिया जायेगा. हालांकि, रिम्स प्रबंधन ने आदेश पत्र जारी करने से पहले एजेंसी को बुलाया है.
अभी कतार लगा कर खाना लेते हैं रीजों के परिजन : फिलहाल, रिम्स में भरती मरीज को खाना बेड पर नहीं मिलता है. उनके परिजन कॉरीडोर में घंटों कतार में खड़े होकर खाना लेते हैं. इस नयी व्यवस्था की सबसे खास बात यह होगी कि वार्ड में भरती मरीजों को उनकी बीमारी के हिसाब से खाना मिलेगा. चिकित्सक मरीज को जैसा डायट का निर्देश देंगे, वैसा ही डायट प्लान डायटिशियन तय करेंगे. डायटिशियन की सलाह पर एजेंसी मरीज का खाना तैयार करेगी. वहीं, नयी व्यवस्था लागू होने के बाद रिम्स किचेन कर्मचारियों को रिम्स प्रबंधन अन्य कार्यों में लगायेगा. फिलहाल, किचेन में आठ से नौ कर्मचारी सेवा देते हैं.
इन्हें गेस्ट हाउस या रिम्स मेस खुलने पर काम लिया जायेगा. एजेंसी का चयन कर लिया गया है. अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक मरीजों को बेड तक भोजन मुहैया करा दिया जायेगा. इससे पूर्व एजेंसी को बुलाया गया है. उसके साथ बैठ कर यह तय किया जायेगा कि खाना का वितरण किस तरह किया जाये. वितरण का समय तय किया जायेगा, जिसका अनुपालन करना आवश्यक होगा.
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक रिम्स