जिन पदों की आवश्यकता नहीं, उसे सरेंडर करे विवि
शिक्षा सचिव ने विवि अधिकारियों से कहा रांची : राज्य के विश्वविद्यालयों को वैसे विषय के पदों को सरेंडर करने को कहा गया कि जिन विषयों में विद्यार्थी अब नामांकन नहीं लेते हैं, या अब विवि व काॅलेजों में इनकी आवश्यकता नहीं है. इन पदों के बदले विवि को राज्य सरकार द्वारा नये विषय में […]
शिक्षा सचिव ने विवि अधिकारियों से कहा
रांची : राज्य के विश्वविद्यालयों को वैसे विषय के पदों को सरेंडर करने को कहा गया कि जिन विषयों में विद्यार्थी अब नामांकन नहीं लेते हैं, या अब विवि व काॅलेजों में इनकी आवश्यकता नहीं है.
इन पदों के बदले विवि को राज्य सरकार द्वारा नये विषय में पद सृजित कर दिये जायेंगे. इस संबंध में शुक्रवार को राज्य के सभी विवि के अधिकारियों के साथ उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने बैठक की .
मौके पर अप्रैल के प्रथम सप्ताह में तक सभी विवि को इस संबंध में प्रस्ताव देने को कहा गया है. कोल्हान विवि व विनोबाभावे विवि द्वारा बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव रखा गया. विभागीय सचिव ने इसकी प्रक्रिया जल्द पूरा कर विवि को मांग के अनुरूप नये पद सृजित कर देने की बात कही. श्री सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा सभी जिलों में कॉलेज खोला जा रहा है.
महिला व मॉडल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू किया गया है. विवि को घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी जल्द शुरू करने को कहा गया. विवि व कॉलेजों में शिक्षकों की पद बढ़ाने की बात कही गयी. राज्यपाल के एकेडमिक सलाहकार डॉ अानंद भूषण ने कहा कि पहले से पढ़ाये जा रहे पारंपरिक विषयों के नाम भी बदलाव करें. कॉलेजों में आवश्यकता अनुरूप नये पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू की जाये. रांची विवि के पूर्व कुलपति डॉ एलएन भगत ने कहा कि कॉलेजों में नये पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू करने के पूर्व कॉलेजों के संसाधन को भी देखा जाये. इसके लिए विवि स्तर पर कमेटी गठित की जाये. रिपोर्ट के अनुसार नये पाठ्यक्रम शुरू करने के पूर्व कॉलेजों को संसाधन युक्त किया जाय. बैठक में कोयलाचंल विवि के लिए पद सृजन की प्रक्रिया शुरू करने पर भी चर्चा हुई.
विवि को छह माह की वेतन राशि एक साथ
विवि के कुलपतियों ने विवि व कॉलेजों के पठन-पाठन के बारे में बताया. कॉलेजों में स्वपोषित योजनाओं के तहत शुरू किये गये पढ़ाई की जानकारी दी गयी. विवि द्वारा पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से इसकी जानकारी दी गयी. विभाग द्वारा विवि अधिकारियों को बताया गया कि अब वेतन की परेशानी नहीं होगी.
बैठक में ये थे उपस्थित
बैठक में रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश पांडेय, विनोबाभावे विवि के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह, नीलांबर-पीतांबर विवि के कुलपति डॉ एएन ओझा, कोल्हान विवि के कुलपति डॉ आरपीपी सिंह, रांची विवि के पूर्व कुलपति डॉ एए खान, विनोबाभावे विवि के पूर्व कुलपति डॉ एमपी सिंह, उच्च शिक्षा निदेशक मीना ठाकुर समेत विवि व विभाग के अन्य पदाधिकारी शामिल थे.