बोकारो, दुमका, जमशेदपुर में छह माह में हवाई सेवा
रांची: केंद्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि तीन से छह माह में रांची से जमशेदपुर, बोकारो व दुमका के लिए हवाई सेवा शुरू हो जायेगी. इन जिलों में एयर कनेक्टिविटी का काम लगभग पूरा हो चुका है. कंपनियों से हवाई सेवा को लेकर बातचीत चल रही है. अन्य जिलों में भी […]
रांची: केंद्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि तीन से छह माह में रांची से जमशेदपुर, बोकारो व दुमका के लिए हवाई सेवा शुरू हो जायेगी. इन जिलों में एयर कनेक्टिविटी का काम लगभग पूरा हो चुका है. कंपनियों से हवाई सेवा को लेकर बातचीत चल रही है. अन्य जिलों में भी एयर कनेक्टिविटी का काम किया जा रहा है. मंत्रालय रांची से चेन्नई व हैदराबाद के लिए भी हवाई सेवा शुरू करने पर विचार करेगा. केंद्रीय मंत्री शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में देवघर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए झारखंड सरकार, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन व भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच हुए एमओयू कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
नये भारत के निर्माण में एयर कनेक्टिविटी जरूरी : उन्होंने कहा : जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनादेश नये भारत के लिए दिया है. यह कदम नये भारत के निर्माण में निर्णायक साबित होगा. नये भारत के निर्माण में एयर कनेक्टिविटी की जरूरत है. राज्य सरकार, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की भागीदारी से यह काम संभव होगा. उन्होंने कहा : पिछले तीन साल के अंदर रांची से 18 फ्लाइट सेवा शुरू हो गयी है. जबकि इससे पहले यहां से सिर्फ छह फ्लाइट सेवा ही थी. संताल परगना को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए देवघर हवाई अड्डे का विस्तारीकरण किया जा रहा है.
दो साल में पूरा हो काम : परिवहन मंत्री सीपी सिंह ने कहा : एमओयू होने के दो साल के अंदर काम पूरा कर लिया जाये, ताकि लोगों को सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाये. एयर कनेक्टिविटी बढ़ने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा : संताल परगना काफी पिछड़ा इलाका है. संताल परगना को मल्टी मॉडल हब बनाने को लेकर प्रयासरत हैं. सांसद रामटहल चौधरी ने रांची से और हवाई सेवा शुरू करने का आग्रह किया. मौके पर मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे समेत अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, डीआरडीओ तथा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पदाधिकारी मौजूद थे.
300 करोड़ से होगा देवघर हवाई अड्डा का विस्तारीकरण : 200 करोड़ रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन , 50 करोड़ झारखंड सरकार और शेष राशि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की अोर से उपलब्ध करायी जायेगी. राज्य सरकार वर्तमान में स्थित हवाई अड्डे की 53.41 एकड़ भूमि के साथ-साथ अतिरिक्त 600.69 एकड़ जमीन एक रुपये प्रति वर्ष की दर पर एएआइ को 30 वर्षों के लिए लीज पर हस्तांतरित करेगी. इसमें टर्मिनल भवन, पार्किंग, कार्गो कॉम्पलेक्स, एयरपोर्ट रिहायसी कॉलोनी आदि का निर्माण होगा.
देवघर हवाई अड्डा 2019 तक तैयार : रघुवर
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : देवघर हवाई अड्डा संताल परगना व झारखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. एयरपोर्ट दिसंबर 2019 तक बन जायेगा. प्रधानमंत्री ने कहा है कि पूर्वोत्तर राज्यों का विकास आवश्यक है. इस दिशा में भी देवघर का हवाई अड्डा महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा. इस हवाई अड्डे के बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. देवघर में खुलनेवाले एम्स के लिए भी यह उपयोगी होगा. उन्होंने कहा : ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पश्चात राज्य में कई निवेश धरातल पर उतरने जा रहे हैं.
नये एयरपोर्ट व नयी एयर कनेक्टिविटी से निवेश को काफी बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा : आनेवाले समय में जमशेदपुर, बोकारो, दुमका, पलामू, रांची व देवघर आदि स्थानों के बीच एयर इन्टरकनेक्टिविटी को लेकर कार्रवाई की जा रही है. रांची से चेन्नई व हैदराबाद के लिए भी फ्लाइट का प्रस्ताव रखा गया है. झारखंड में सड़क कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी के साथ-साथ वाटर कनेक्टिविटी पर भी तेजी से कार्य किया जा रहा है. साहेबगंज में गंगा नदी पर पुल व मल्टी मॉडल हब के निर्माण से इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी और क्षेत्र का विकास तेजी से होगा.