रांची कॉलेज का नाम बदलने का विरोध, सीएम का पुतला फूंका
रांची. रांची कॉलेज का नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने का रांची कॉलेज व पीजी विभाग के आदिवासी-मूलवासी विद्यार्थियों ने जमकर विरोध किया व नारेबाजी की़ रांची कॉलेज के मुख्य द्वार पर सीएम का पुतला फूंका़ आदिवासी-मूलवासी संस्कृति पर आरएसएस का हमला : छात्रों ने कहा कि यह आरएसएस व राज्य की […]
रांची. रांची कॉलेज का नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने का रांची कॉलेज व पीजी विभाग के आदिवासी-मूलवासी विद्यार्थियों ने जमकर विरोध किया व नारेबाजी की़ रांची कॉलेज के मुख्य द्वार पर सीएम का पुतला फूंका़ आदिवासी-मूलवासी संस्कृति पर आरएसएस का हमला : छात्रों ने कहा कि यह आरएसएस व राज्य की भाजपा सरकार द्वारा आदिवासियों व मूलवासियों की संस्कृति पर हमला है़ ब्राह्मणवाद व आरएसएस को बढ़ावा देने की साजिश है़.
गैर बराबरी की भावना को मजबूत करनेवाली विचारधारा के पोषक व्यक्तियों के नाम पर रांची कॉलेज का नाम रखना राज्य में अमन-चैन से रह रहे एससी, एसटी, ओबीसी वर्गों को बांटने की कोशिश है़ इस साजिश की शुरुआत प्रतिष्ठित रांची कॉलेज से हुई है़ हम राज्य सरकार व आरएसएस को स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि ब्राह्मणवाद, गैर बराबरी और आरएसएसवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे़ यहां के अमन-चैन को तोड़ने की हर कोशिश को नाकाम करेंगे़.
उग्र आंदोलन होगा : छात्र नेताओं ने कहा कि इस आंदोलन को प्रदेश स्तर पर ले जायेंगे़ यदि रांची कॉलेज का नाम बदला गया, तो उग्र आंदोलन होगा, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी़ कार्यक्रम में आदिवासी छात्र संघ के विश्वविद्यालय अध्यक्ष संजय महली, कार्यकारी अध्यक्ष अनूप टोप्पो, सचिव मीनू मुंडा, संयुक्त सचिव सुभाष उरांव, रांची कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष संतोष उरांव, उपाध्यक्ष आकाश कच्छप, द्वारिका दास, विकुल एक्का, अरविंद भगत, अरविंद गाड़ी, सूरज टोप्पो, रेणु कुमारी, मनोज, बंधु उरांव, दीपक केरकेट्टा, अर्जुन भगत, राजेश, अर्चना, आश, नगमा, रेशमा, ज्योति, विमला, सरस्वती, सुमन व अन्य शामिल थे़.