एक अप्रैल से 150 से ज्यादा तरह की जांच के लिए नहीं देना होगा पैसा, बाहर में लगेंगे 600 रुपये पर रिम्स में होगी मुफ्त जांच

राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आनेवाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है. एक अप्रैल से 150 के करीब सामान्य, लेकिन महत्वपूर्ण जांचों के लिए मरीजों को पैसा नहीं देने पड़ेंगे. ये सभी जांच 250 रुपये तक के होंगे. खास बात यह है कि इनमें से कई तरह की जांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2017 6:27 AM
राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आनेवाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है. एक अप्रैल से 150 के करीब सामान्य, लेकिन महत्वपूर्ण जांचों के लिए मरीजों को पैसा नहीं देने पड़ेंगे. ये सभी जांच 250 रुपये तक के होंगे. खास बात यह है कि इनमें से कई तरह की जांच के लिए निजी क्लिनिक में लोगों को 600 रुपये तक देने होते हैं.
रांची: रिम्स प्रबंधन ने मंगलवार को पैथोलॉजी, माइक्रोबॉयोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री विभाग के साथ बैठक की. इसके बाद एक अप्रैल से मुफ्त जांच करने से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी. मुफ्त जांच होने से मरीजों के साथ-साथ रिम्स कर्मचारियों को राहत मिलेगी.

जिन जांचों को मुफ्त किये जाने की योजना है, उनमें टीसी, डीसी, किडनी, शुगर, यूरिन, कोलेस्ट्रोल, थायराइड, यूरिक एसिड, ट्राइगिल्सराइड एसजीपीटी (लीवर), एसजीओटी, ब्लड ग्रुप, डेंगू, रुबैला, मलेरिया आदि की जांच शामिल हैं. अधिसूचना जारी के होने के बाद डॉक्टर यदि किसी मरीज को मुफ्त जांच का परामर्श देते हैं, उन्हें अलग से एक परची पर लिखना जरूरी होगा कि यह जांच मुफ्त है. गौरतलब है रिम्स प्रबंधन की पहल पर स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में हुए बैठक में इस पर सहमति बनी थी. इसके बाद सरकार ने रिम्स के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है.
जांच के लिए दूसरे दिन का नहीं होगा इंतजार : इससे पहले मरीजों को पांच रुपये से 250 रुपये तक की जांच के लिए कैश काउंटर पर घंटों खड़ा हो कर परची कटवानी पड़ती थी. सामान्य जांच मुफ्त हो जाने से मरीजों को डॉक्टर से परामर्श मिलने के बाद जांच के लिए अगले दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. मरीज डॉक्टर से परामर्श मिलने के बाद सीधे जांच करा सकेंगे. वर्तमान में मरीज को डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए कतार में लगना पड़ता है. इसके बाद जांच परची कटाने के लिए घंटों खड़ा रहना पड़ता है. परची बनाने की प्रक्रिया में ब्लड सैंपल का समय खत्म हो जाता था. ऐसे मरीज जांच के लिए अगले दिन ब्लड सैंपल जांच के लिए दे पाता था.

Next Article

Exit mobile version