अनिवार्य हो बच्चों के लिए शिक्षा : स्पीकर

रांची: बाल संरक्षण के खिलाफ इस अभियान को गांव तक ले जाना चाहिए. बाल व्यापार खास कर बालिकाअों की ट्रैफिकिंग रोकने के लिए यह जरूरी है कि छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षा से जोड़ा जाये. उक्त बातें विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कही. वे बाल संरक्षण संबंधी जागरूकता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2017 6:31 AM
रांची: बाल संरक्षण के खिलाफ इस अभियान को गांव तक ले जाना चाहिए. बाल व्यापार खास कर बालिकाअों की ट्रैफिकिंग रोकने के लिए यह जरूरी है कि छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षा से जोड़ा जाये. उक्त बातें विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कही. वे बाल संरक्षण संबंधी जागरूकता के लिए सतर्क रहें, अावाज उठाएं अभियान से जुड़ी एक बस को फिल्ड में रवाना करने के अवसर पर बोल रहे थे.

कार्यक्रम का आयोजन मेयर्स रोड स्थित आड्रे हाउस परिसर में यूएस काउंसुलेट जनरल, कोलकाता तथा झारखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि हमारे राज्य में बच्चे बड़ी संख्या में गायब तो होते हैं, पर बाद में उनकी वापसी नहीं होती. इस मुद्दे पर सरकार व अायोग गंभीर है.

अारती ने इस बात पर जोर दिया कि बाल व्यापार के खिलाफ चलने वाला अभियान स्थानीय भाषा में चलना चाहिए. बांग्ला नाटक डॉट कॉम, कोलकाता की अनन्या ने कहा कि अभियान के लिए रवाना की गयी बस पर एक नाटक दल रहेगा, जो नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को बाल व्यापार के खिलाफ जागरूक करेगा. इससे पहले दिल्ली की संस्था शक्ति वाहिनी के ऋषिकांत ने इस अभियान की जानकारी दी. कार्यक्रम के अंत में नुक्कड़ नाटक होशियारी का मंचन अभियान से जुड़े कलाकारों ने किया, जो नागपुरी भाषा में था. इस अवसर पर यूएस काउंसुलेट कार्यालय की दीपा दत्ता तथा विभिन्न गैर सरकारी संस्थाअों के प्रतिनिधि तथा रक्षा शक्ति विवि के विद्यार्थी उपस्थित थे.

पश्चिम बंगाल से शुरू हुआ है कारवां का सफर
ट्रैफिकिंग के खिलाफ प्रचार-प्रसार की यह बस (कारवां) को यूएस काउंसुलेट कार्यालय, कोलकाता ने 17 मार्च को पश्चिम बंगाल में रवाना किया था. यह अभियान झारखंड के रांची , लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा व खूंटी होते हुए पश्चिमी सिंहभूम में 15 अप्रैल को समाप्त होगा.
सूचना यहां दे : किसी बच्चे या बालिका को ट्रैफिकिंग से बचाने के लिए इसकी सूचना पुलिस (100), महिला हेल्पलाइन (1091), चाइल्ड लाइन (1098) या श्रम विभाग की हेल्पलाइन(18003456526) को दें. वहीं विदेश में काम पर जाने से पहले सहायता व जानकारी के लिए विदेश मंत्रालय के टोल फ्री नंबर 1800113090 पर संपर्क करना चाहिए.

Next Article

Exit mobile version