कौन सुनेगा इनकी पीड़ा. बरसात में घरों में घुस जाता है नाली का पानी, कचरा उठाने नहीं आते हैं नगर निगम के सफाईकर्मी
रांची : रातू रोड के अलकापुरी मोहल्ले के लोग पूरी तरह से पाइपलाइन जलापूर्ति पर निर्भर हैं, लेकिन समय पर पानी की आपूर्ति नहीं किये जाने से लोगों को रतजगा करना पड़ता है. इस मोहल्ले में 100 से अधिक घर हैं. यहां की आबादी लगभग पांच हजार है. मोहल्ले के 70 फीसदी घरों के कुएं सूख चुके हैं.
यह मोहल्ला वार्ड नंबर 32 के अंतर्गत आता है. इस मोहल्ले में साफ-सफाई की भी समस्या है. यहां नगर निगम के कर्मी कभी भी झाड़ू लगाने व कचरा उठाने नहीं आते हैं. इस कारण जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा रहता है. सड़क भी जर्जर है. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. लोगों का कहना है कि जन प्रतिनिधि शिकायत करने पर आते तो जरूर हैं, पर आज तक समस्याओं का हल नहीं निकल पाया है.
प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में रविवार को मोहल्ले के लोगों ने कहा कि अधिकतर घरों से रांची नगर निगम के अधिकारी होल्डिंग टैक्स की वसूली करते हैं, लेकिन कभी भी सफाई कर्मी मोहल्ले में नहीं भेजे जाते. बड़ी गाड़ियों से भी कचरे का उठाव नहीं होता है.
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि ओपेन नाली होने की वजह से बारिश में सभी घरों में नाली का पानी घुस जाता है. इससे आवागमन में काफी दिक्कत होती है. रांची नगर निगम के तत्कालीन महापौर उदय प्रताप सिंह के प्रयास से मोहल्ले में एक ट्यूबवेल लगाया गया था. यह आज भी काम करता है.
मोहल्ले वासियों का कहना है कि पीने का पानी सिर्फ एक घंटा ही दिया जाता है. इसका भी कोई समय तय नहीं है. अक्सर रात 12 बजे के बाद हीजलापूर्ति होती है. कभी एक बजे, तो कभी दो बजे. कभी-कभी तो तीन बजे रात में भी पानी की आपूर्ति की जाती है. सप्ताह में एकाध दिन पानी की आपूर्ति नहीं भी होती है. इसकी घोषणा पूर्व में नहीं की जाती है. ऐसे में काफी परेशानी होती है.