चर्च के कब्रिस्तान में जगह नहीं मिली, घर के आंगन में दफनाया

रांची : लोवाडीह के पीपी कॉलोनी, बंधा कोचा के एरिक टोप्पो को जब सामलौंग आरसी चर्च ने अपने कब्रिस्तान में दफनाने की अनुमति नहीं दी, तब परेशान हाल परिजनों ने उन्हें अपने घर के आंगन में ही दफना दिया़ इसमें भी नामकुम थाने की मध्यस्थता की जरूरत पड़ी क्योंकि जमीन मालिक ने इसकी अनुमति देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2017 5:18 AM
रांची : लोवाडीह के पीपी कॉलोनी, बंधा कोचा के एरिक टोप्पो को जब सामलौंग आरसी चर्च ने अपने कब्रिस्तान में दफनाने की अनुमति नहीं दी, तब परेशान हाल परिजनों ने उन्हें अपने घर के आंगन में ही दफना दिया़
इसमें भी नामकुम थाने की मध्यस्थता की जरूरत पड़ी क्योंकि जमीन मालिक ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया था़ एरिक टोप्पो के पिता को भी उसी आंगन में दफनाया गया था़ एरिक टोप्पो का निधन शनिवार को दिन के 11 बजे हो गया था़ वह पेशे से पेंटर थे़
लोवाडीह में 50 साल से रहते हैं, चर्च के नियमित सदस्य हैं : एरिक टोप्पो की विवाहित बेटी रितु टोप्पो ने बताया कि उनका परिवार लोवाडीह में 50 वर्षों से रहता है़ परिवार के सदस्य नियमित रूप से चर्च जाते है़ं माता- पिता का विवाह और उसका व उसके तीन भाईयों का बपितस्मा व दृढ़ीकरण संस्कार भी इसी चर्च में हुआ़ पिता की मौत के बाद जब वे पल्ली पुरोहित फादर नेलसन बारला के पास गये, तब उन्होंने बताया कि लोवाडीह व सामलौंग वालों का अपना- अपना कब्रिस्तान है़
वहां दफनाने के लिए संबंधित पंच समितयों से अनुमति लेने होगी़ पेरिश (सामलौंग चर्च) का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं है़ जब परिवार के लोग लोवाडीह समिति के पास गये तब इसके सदस्य उन्हें दौड़ाते रहे़ रविवार को दिन के दो बजे जब लाश ही स्थित खराब होने लगी, तब परिवार वालों ने घर के आंगन में ही दफनाने का निर्णय लिया़ वे लोवाडीह में रहते हैं, इसलिए सामलौंग की पंच समिति के पास नहीं गये़
सामलौंग पेरिश में है दो कब्रिस्तान : सामलौंग पेरिश के तहत लोवाडीह व सामलौंग कब्रिस्तान हैं और दोनों के प्रबंधन के लिए वहां के पंचों की दो अलग- अलग समितियां है़
लोवाडीह समिति के सदस्य सिरिल कुजूर ने कहा कि लोवाडीह कब्रिस्तान में लोवाडीह के मूल निवासियों को ही जगह दी जाती है़ कब्रिस्तान भर चुका है़ नयी कब्र के लिए वैसे परिवारों को जगह मिलती है, जिसके परिवार के किसी सदस्य का अंतिम संस्कार उस कब्रिस्तान में हुआ हो़ इसके लिए उस परिवार के किसी पुरानी कब्र की जगह को चिन्हित किया जाता है़ पेरिश के अन्य सदस्यों के लिए सामलौंग कब्रिस्तान है जो पेरिश (सामलौंग चर्च) के तहत है़
कब्रिस्तान पेरिश की, मुझे इसकी जानकारी नहीं थी : पल्ली पुरोहित फादर नेलसन बारला ने कहा कि सामलौंग कब्रिस्तान पेरिश का है, उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी़ चर्च के कब्रिस्तान में दफन की अनुमति पंच देते है़
उन्होंने फादर (नेलसन ने) ही एरिक टोप्पो को मृत्यु के समय रोगियों का संस्कार दिया व उनका अंतिम संस्कार किया़ उन्होंने एरिक टोप्पो के परिजनों को पंचों से अनुमति लेने को कहा था़ उनके इस चर्च में आये हुए एक साल भी पूरे नहीं हुए हैं और उन्हें वस्तुस्थिति की पूरी जानकारी नहीं थी़

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