पहले से नियुक्त जवानों को ही पीएम मोदी से दिलवाया नियुक्ति पत्र

!!सुरजीत सिंह!! रांची : साहेबगंज में छह अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों पहाड़िया बटालियन के जिन जवानों को नियुक्ति पत्र दिलवाया गया, उनकी नियुक्ति पहले ही हाे चुकी है. इस बटालियन के जवान खेलगांव, रांची में 16-17 जनवरी को आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (मोमेंटम झारखंड) 2017 में डयूटी भी कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2017 7:21 AM

!!सुरजीत सिंह!!

रांची : साहेबगंज में छह अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों पहाड़िया बटालियन के जिन जवानों को नियुक्ति पत्र दिलवाया गया, उनकी नियुक्ति पहले ही हाे चुकी है. इस बटालियन के जवान खेलगांव, रांची में 16-17 जनवरी को आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (मोमेंटम झारखंड) 2017 में डयूटी भी कर चुके हैं. जवानों काे करीब एक सप्ताह के लिए ड्यूटी पर लगाया गया था. पुलिस के जानकार बताते हैं कि यही कारण था कि मंच पर नियुक्ति पत्र प्राप्त करनेवाली महिला प्रशिक्षित सिपाही की तरह प्रधानमंत्री काे सैल्यूट कर रही थीं. इसका जिक्र प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में भी किया था.

जानकारी के मुताबिक वर्ष 2015 में विशिष्ट इंडिया रिजर्व (आदिम जनजाति) बटालियन-एक (दुमका) और दो (खूंटी) में सिपाही की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया था. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने दिसंबर 2016 में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर सफल अभ्यर्थियों की सूची पुलिस मुख्यालय को दी थी. आइजी कार्मिक ने 28 दिसंबर 2016 को सफल अभ्यर्थियों की सूची जारी की थी, जिसमें सफल अभ्यर्थियों को पांच से 10 जनवरी के बीच योगदान देने के लिए कहा गया था. सभी अभ्यर्थियों ने योगदान भी कर दिया था. इसके बाद दोनों बटालियन के कमांडेंट के द्वारा योगदान किये जाने के संबंध में जैप मुख्यालय को रिपोर्ट दी गयी थी. नियुक्ति के तुरंत बाद जवानों को मोमेंटम झारखंड की ड्यूटी में लगाया गया था. फिर जवानों को खूंटी व दुमका स्थित बटालियन मुख्यालय भेज दिया गया था. जवानों को जैप-तीन गोविंदपुर व जैप-चार बोकारो में ट्रेनिंग देने का फैसला लिया गया है.
कहीं प्रमाण पत्र, तो कहीं नियुक्ति पत्र लिखा : साहेबगंज में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में प्रशासन द्वारा एक बुकलेट वितरित किया गया था, जिसके मुताबिक 956 नव नियुक्त पहाड़िया विशेष बटालियन के आरक्षियों (सिपाही) के बीच ‘नियुक्ति पत्र’ वितरित किये जाने की बात कही गयी थी. इसमें यह भी बताया गया है कि दोनों बटालियन में 689 पुरुष और 267 महिलाएं हैं. कार्यक्रम के दिन प्रकाशित विज्ञापनों में प्रधानमंत्री के हाथों पहाड़िया बटालियन के जवानों के बीच ‘ प्रमाण पत्र ‘ वितरित किये जाने की बात लिखी गयी. कार्यक्रम के दौरान उदघोषक के द्वारा भी नियुक्ति पत्र वितरित किये जाने की घाेषणा की जा रही थी.
इन्हें मिला नियुक्ति पत्र : गुमला की इलमा कुमारी, सुनीता पीट व आशीष, लातेहार की शांति कुमारी व गोड्डा की शांति कुमारी.
पुलिस प्रवक्ता एडीजी आरके मल्लिक से बातचीत
क्या तीन माह पहले नियुक्त सिपाहियों को पीएम के हाथों नियुक्ति पत्र दिलवाया गया ?
नहीं ऐसा नहीं है. पुलिस मैनुअल के नियम 674 में यह प्रावधान है कि ज्वाइनिंग के बाद पुलिस को यह पढ़ कर सुनाया जाता है कि उनके कर्तव्य क्या हैं. इसके बाद ही उनकी नियुक्ति मानी जाती है. यह काम अभी तक नहीं किया गया था.
क्या बिना इस काम को पूरा किये उन्हें ड्यूटी पर लगाया जा सकता है ?
लगाया जा सकता है, लेकिन तब अगर वह अपने काम में लापरवाही बरतते हैं, तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकती है.
नोट : पुलिस विभाग की जानकारी रखनेवालों का कहना है कि एडीजी जिस बात को पढ़ कर सुनाने की बात कह रहे हैं, असल में वह तो प्रशिक्षण पूरा करने के बाद की प्रक्रिया है.पहले से नियुक्त जवानों को ही पीएम से दिलवाया नियुक्ति पत्र

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