शासन को गुमराह कर रहे अधिकारी हक मारने का है प्रयास : सुदेश महतो

रांची : आजसू अध्यक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने एसएससी द्वारा स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक नियमावली पर सवाल उठाया है़ इसको लेकर श्री महतो ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है़ पत्र में श्री महतो ने कहा कि परीक्षा में विषयों के मेल या संयोजन में त्रुटियां है़ं छात्रों का कहना है कि प्रकाशित विषयों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2017 6:39 AM
रांची : आजसू अध्यक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने एसएससी द्वारा स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक नियमावली पर सवाल उठाया है़ इसको लेकर श्री महतो ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है़ पत्र में श्री महतो ने कहा कि परीक्षा में विषयों के मेल या संयोजन में त्रुटियां है़ं छात्रों का कहना है कि प्रकाशित विषयों के संयोजन झारखंड के विश्वविद्यालय में पढ़ाये जानेवाले विषय के अनुकूल नहीं है़ं.
श्री महतो ने कहा है कि सरकार के उच्च पदों पर आसीन पदाधिकारियों द्वारा शासन को गुमराह कर राज्य के आदिवासी-मूलवासी छात्र और युवाओं को हक-अधिकार से वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है़ सीएम को लिखे पत्र में श्री महतो ने कहा कि झारखंड के सभी विश्वविद्यालय में इतिहास प्रतिष्ठा के साथ नागरिक शास्त्र और नागरिक शास्त्र प्रतिष्ठा के साथ इतिहास विषय लेने की अनिवार्यता नहीं है़ विश्वविद्यालय में पढ़ाये जानेवाले 16 विषयों में से कोई दो लेने की अनिवार्यता है.

इसी तरह रसायन लेने पर सहायक विषय जंतु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान या भौतिकी में से कोई दो विषय लिये जा सकते है़ जबकि रसायन के साथ वनस्पति और जंतु विज्ञान विषय की बाध्यता रखी गयी है़ नियुक्ति में अरबी, फारसी, उर्दू और संस्कृत में एमए को प्राथमिकता देने का प्रावधान है़ जबकि जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं में एमए को कोई प्राथमिकता नहीं दी गयी है़ आजसू नेता श्री महतो ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द संज्ञान ले़ं सरकार की जिम्मेवारी है कि वे झारखंडी आदिवासी-मूलवासी छात्रों के हित में निर्णय ले़.

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