सड़क दुर्घटना में मारे गये हर्ष, अमन और अमित की यह दर्दनाक कहानी आपको कर देगी सावधान
रांची : एयरपोर्ट रोड में रविवार की शाम को बाइक दुर्घटना में तीन सहपाठी हर्ष कुमार सिन्हा, अमित विश्वास व अमन कुमार मुरमू की मौत हो गयी थी. इनके निधन से हिनू इलाका शोक में डूबा रहा. सोमवार को हर्ष का अंतिम संस्कार स्वर्णरेखा नदी तट व अमित विश्वास का अंतिम संस्कार हरमू मुक्तिधाम में […]
रांची : एयरपोर्ट रोड में रविवार की शाम को बाइक दुर्घटना में तीन सहपाठी हर्ष कुमार सिन्हा, अमित विश्वास व अमन कुमार मुरमू की मौत हो गयी थी. इनके निधन से हिनू इलाका शोक में डूबा रहा. सोमवार को हर्ष का अंतिम संस्कार स्वर्णरेखा नदी तट व अमित विश्वास का अंतिम संस्कार हरमू मुक्तिधाम में किया गया. दोनों को उसके पिता ने मुखाग्नि दी. वहीं अमन का पार्थिव शरीरपाकुड़स्थितउसके पैतृक गांव ले जाया गया. हर्ष व अमन केंद्रीय विद्यालय हिनू व अमित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के स्टूडेंट थे.
हर्ष के पिता नवीन सिन्हा ने सोमवार को अपने इकलौते पुत्र को चुटिया स्थित स्वर्णरेखा नदी तट पर मुखाग्नि दी. पोस्टमार्टम कराने के बाद दोपहर 12 बजे हर्ष का पार्थिव शरीर घर लाया गया. शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. सभी एक दूसरे को संभाल रहे थे. बहन का रो-रो कर बुरा हाल था. साढ़े बारह बजे अंतिम यात्रा शुक्ला कॉलोनी स्थित आवास से निकली.
इधर, अमित की बहन मेघा विश्वास बीकॉम की परीक्षा देकर हिनू बाजपेयी पथ स्थित अपने आवास पर पहुंची. इसके बाद अमित की अंतिम यात्रा निकाली गयी. सवा दो बजे के करीब उसकी फुआ भी मुंबई से रांची पहुंची. सभी का रो-रो कर बुरा हाल था. अमित का अंतिम संस्कार हरमू मुक्तिधाम में किया गया. उनके पिता नारायण विश्वास ने उन्हें मुखाग्नि दी.अंतिम यात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल हुए.
तीनों दोस्तों की मौत की खबर जैसे ही मिली, वैसे ही हिनू इलाके में शोक की लहर दौड़ गयी. इनकी मौत की सूचना मिलने के बाद हिनू चौक महावीर मंदिर व टेंगराटोली हनुमान मंदिर में मुख्य समारोह को स्थगित कर दिया गया. हिनू चौक स्थित हनुमान मंदिर में वृहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. दोनों मंदिरों में सादगी के साथ भगवान की छठी मनायी गयी और झंडा उतारा गया. हिनू चौक स्थित महावीर मंदिर का बाजा भी बंद रहा.
केंद्रीय विद्यालय में शोक : केंद्रीय विद्यालय हिनू में इस घटना को लेकर शोक व्याप्त था. स्कूल में दोनों पाली की कक्षाएं स्थगित कर दी गयीं. इस घटना से स्कूल परिवार के सदस्य दुखी है. उधर, हाइकोर्ट में भी इस घटना को लेकर चर्चा हो रही थी. मालूम हो कि हर्ष के पिता नवीन सिन्हा हाइकोर्ट में मुंशी हैं.
जानकारी के मुताबिक रांची पुलिस बिना हेलमेट पहन कर बाइक या स्कूटी चलाने वालों के खिलाफ भी अभियान शुरू करेगी. इसके अलावा पेट्रोल पंप मालिकों को यह आदेश दिया जायेगा कि वह बिना हेलमेट पहने बाइक-स्कूटी सवारों को पेट्रोल न दें. इससे पहले प्रशासन की आेर से पेट्रोल पंप मालिकों को अनुरोध पत्र भेजा था, लेकिन इस बार आदेश दिया जायेगा.
स्कूली बच्चों को बाइक न दें अभिभावक : एसएसपी
सड़क दुर्घटनाओं में स्कूली छात्रों व नाबालिगों की मौत व घायल होने की घटना को रोकने के लिए रांची पुलिस प्रभात खबर के साथ मिल कर अभियान चलायेगी. इस कड़ी में रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी शहर के सभी स्कूलों के प्राचार्य को पत्र लिख कर आग्रह करेंगे कि वे बच्चों को बाइक या स्कूटी से स्कूल आने से मना करें. बच्चों के अभिभावकों की भी बैठक बुलाकर उन्हें बताया जायेगा कि बच्चों के हाथ में बाइक व स्कूटी ना दें. यह उनके लिए खतरनाक है. इससे उनके बच्चे की जान का ही खतरा है. उल्लेखनीय है कि ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें स्कूली बच्चेबाइकया स्कूटी लापरवाही से चलाते हैं, खतरनाक स्टंट करते हैं. खुद की और दूसरों की जान को खतरे में डालते हैं. रविवार को भी एयरपोर्ट रोड में स्कूली छात्र दुर्घटनाग्रस्त हुए, जिसमें तीन छात्रों की मौत हो गयी. इससे पहले कुछ स्कूली छात्र बाइक से खूंटी के मुरहू स्थित पंचघाघ फॉल चले गये थे, जहां एक छात्र की मौत हो गयी थी.
जानकारी के मुताबिक रांची पुलिस बिना हेलमेट पहन कर बाइक या स्कूटी चलाने वालों के खिलाफ भी अभियान शुरू करेगी. इसके अलावा पेट्रोल पंप मालिकों को यह आदेश दिया जायेगा कि वह बिना हेलमेट पहने बाइक-स्कूटी सवारों को पेट्रोल न दें. इससे पहले प्रशासन की आेर से पेट्रोल पंप मालिकों को अनुरोध पत्र भेजा था, लेकिन इस बार आदेश दिया जायेगा.
कम उम्र के बाइक चालकों को पकड़ कर थाना लायें
स्कूली छात्रों को बाइक या स्कूटी चलाने से रोकने के लिए पुलिस नियमित रूप से वाहन चेकिंग अभियान चलायेगी. इसमें युवाओं की उम्र व ड्राइविंग लाइसेंस चेक किया जायेगा. ट्रैफिक डीएसपी दिलीप खलखो ने सभी थाना प्रभारी व जोनल अॉफिसर को निर्देश दिया है कि अंडर एज बाइक चालकों को पकड़ कर थाना भेजे़ं थाना में उनके अभिभावकों को बुला कर पीआर बांड लिखवायें, इसके बाद छोड़े. अभिभावकों को हिदायत दें कि अपने नाबालिग बच्चों के हाथों में बाइक या स्कूटी न दे़ं इससे दुर्घटनाओं में कमी आयेगी.