रांची : बाइक चलाते 10वीं का छात्र पकड़ाया, तो फोन पर पिता ने हवलदार को दी धमकी- छोड़ दो, नहीं तो मिनटों में सस्पेंड करा दूंगा
रांची : कम उम्र के दो पहिया वाहन चालकों की धर-पकड़ को लेकर इन दिनों ट्रैफिक पुलिस अभियान चला रही है. बुधवार को डिबडीह पुल के पास एक 10वीं के छात्र को हाइस्पीड बाइक के साथ ट्रैफिक हवलदार ने पकड़ा. उन्होंने छात्र से अपने अभिभावक को बुलाने को कहा. इस पर छात्र ने फोन पर […]
रांची : कम उम्र के दो पहिया वाहन चालकों की धर-पकड़ को लेकर इन दिनों ट्रैफिक पुलिस अभियान चला रही है. बुधवार को डिबडीह पुल के पास एक 10वीं के छात्र को हाइस्पीड बाइक के साथ ट्रैफिक हवलदार ने पकड़ा. उन्होंने छात्र से अपने अभिभावक को बुलाने को कहा. इस पर छात्र ने फोन पर अपने अभिभावक से हवलदार की बात करायी़ उस छात्र के अभिभावक ने उल्टे हवलदार को बुरा-भला कहते हुए धमकी दी कि मुझे नहीं पहचानते हो़ मेरी पहुंच ऊपर तक है़ मेरे बच्चे को छोड़ दो, नहीं मिनटों में सस्पेंड करा दूंगा़ हवलदार ने काफी देर तक अभिभावक के आने का इंतजार किया़ जब अभिभावक नहीं आये, तो हवलदार ने बाइक सहित उस छात्र काे जगन्नाथपुर बाल मित्र थाना के सुपुर्द कर दिया़.
उसके बाद उस हवलदार ने ट्रैफिक डीएसपी राधा प्रेम किशोर को इसकी बात की जानकारी दी़ डीएसपी ने जगन्नाथपुर ट्रैफिक थाना प्रभारी को आदेश दिया है कि जब उस छात्र के अभिभावक आयें, तो मुझे सूचित किया जाये. ट्रैफिक डीएसपी ने कहा कि उनके घर के चिराग को बचाने के लिए पुलिस अभियान चला रही है, ऐसे में अभिभावक के इस तरह के व्यवहार से ट्रैफिक पुलिस का मनोबल टूट जायेगा. गौरतलब है कि अंडर एज छात्रों को दुर्घटना से बचाने के लिए उच्च न्यायालय ने ट्रैफिक पुलिस को अभियान चला कर कम उम्र के बच्चे के स्कूटी-बाइक चलाने पर रोक लगाना का निर्देश दिया था़ इसके बाद ट्रैफिक पुलिस की ओर से अभियान शुरू किया गया.
34 को पकड़ा, छोड़ा : अभियान के दौरान विभिन्न चौक-चौराहों से कुल 34 नाबालिग को दोपहिया वाहन चलाते पकड़ा गया. इनमें एसडीओ भोर सिंह यादव ने जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र से नौ व कोतवाली थाना क्षेत्र से पांच को पकड़ा. वहीं ट्रैफिक पुलिस ने 20 नाबालिग को पकड़ा. सभी के अभिभावकों को थाने बुला कर पीआर बांड लिखवा गया़ उनसे जुर्माना भी वसूला गया़ इसके बाद सभी को चेतावनी देकर छोड़ा गया़
अभिभावकों ने किया हंगामा : जगन्नाथपुर थाना में नाबालिग छात्रों के अभिभावकों ने हंगामा भी किया. अभिभावकों का कहना था कि पुलिस बेवजह परेशान कर रही है़.
छात्रों के साथ शिक्षक भी बिना हेलमेट के पकड़ाये : डिबडीह पुल के पास हो रही चेकिंग में अंडर एज छात्रों के साथ एक शिक्षक भी बिना हेलमेट के पकड़े गये़ इस पर ट्रैफिक पुलिस के एक जवान ने कहा कि जब आप ही ऐसी गलती करेंगे, तो छात्र को क्या शिक्षा देंगे. बाद में जुर्माना लेकर शिक्षक को छोड़ दिया गया.
डीपीएस में अब बाइक लेकर नहीं आ सकेंगे बच्चे
डीपीएस (दिल्ली पब्लिक स्कूल) में अब कोई भी बच्चे बाइक व स्कूटी से स्कूल कैंपस तक नहीं जा पायेंगे. स्कूल प्रबंधन ने बुधवार से इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. स्कूल प्रबंधन ने दो टूक शब्दों में कहा है कि यदि कोई बच्चा स्कूटी, बाइक अथवा अन्य दोपहिया वाहनों से स्कूल पहुंचता है, तो इसकी सारी जवाबदेही उसके अभिभावकों की होगी.
डीपीएस स्कूल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि अभिभावक अपने बच्चों को बाइक व स्कूटी न दें. बच्चों को स्कूल पहुंचाने व घर ले जाने के लिए अभिभावक खुद व्यवस्था करें. वैसे स्कूल प्रबंधन की ओर से रोटेशन के आधार पर बसों का परिचालन बच्चों को लाने और ले जाने के लिए किया जा रहा है. इस संबंध में विद्यालय की तरफ से सभी अभिभावकों के मोबाइल पर एसएमएस भी भेजा गया है.
उधर, डीएवी समूह के सभी स्कूलों में यह प्रतिबंध पहले से लगा हुआ है. डीएवी समूह के प्रभारी निदेशक एमके सिन्हा ने बताया कि ग्रुप के विद्यालयों में कैंपस तक बाइक व मोबाइल लाने पर पूर्णत: पाबंदी लगी हुई है. उन्होंने कहा कि जेवीएम श्यामली समेत शहर के अधिकांश बड़े निजी स्कूलों में भी यह व्यवस्था लागू है.
राजधानी रांची के कई निजी स्कूलों में अक्सर देखा जाता है कि बच्चे स्कूटी या बाइक से ट्रिपल लोड होकर विद्यालय आते-जाते हैं. जिला प्रशासन की ओर से अंडर एज (कम उम्र) बच्चों के बाइक, स्कूटी चलाने पर की गयी सख्ती के बाद शहर के कई स्कूल प्रबंधक भी गंभीर हुए.
क्यों लिया फैसला : आये दिन स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटना में हो रही मौत की वजह से डीपीएस प्रबंधन ने यह फैसला लिया है. तीन दिन पहले ही तीन स्कूली बच्चों की की मौत हिनू के एयरपोर्ट रोड में सड़क दुर्घटना में हो गयी थी. तीनों तेज रफ्तार बाइक पर सवार थे, जो डिवाइडर से टकरा गयी थी. इस घटना के बाद ही झारखंड हाइकोर्ट ने जिला प्रशासन को कम उम्र के बच्चों के बाइक चलाने की गतिविधि पर नजर रखने और उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
बच्चों ने नया रास्ता अख्तियार किया
कुछ प्राचार्यों ने इस बाबत कहा कि बच्चों ने भी पाबंदी का नया रास्ता अख्तियार कर लिया है. वे स्कूल कैंपस तो नहीं, पर पास के कहीं मित्र अथवा रिश्तेदार के यहां बाइक, स्कूटी रख कर स्कूल पहुंचने लगे हैं. ऐसे में उन्हें पकड़ पाना संभव नहीं है. पुलिस की चेकिंग में ही यह संभव है. प्राचार्यों का कहना है कि आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा के कई बच्चों को उनके अभिभावकों ने ही दोपहिया वाहन खरीद कर दे दिया है. अभिभावक ऐसा करने से बचें.
शराब पीकर वाहन चलाने वालों का लाइसेंस रद्द होगा
शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े गये, तो तीन माह के लिए लाइसेंस रद्द होगा. लाइसेंस जब्त कर डीटीओ को भेजा जायेगा़ साथ ही वाहन जब्त कर कोर्ट में कागज भेेजा जायेगा़ इसको लेकर ट्रैफिक पुलिस ने बुधवार को शहर के कई चौक-चौराहों पर चेकिंग अभियान चलाया़ ब्रेथ एनालाइजर से कई लोगाें की जांच की गयी.अभियान लालपुर चौक व न्यू मार्केट चौक पर चलाया गया़ इस दौरान कुल 90 दोपहिया वाहन चालकों की चेकिंग की गयी. इनमें से वाहन चालकों को ब्रेथ एनालाइजर लगाया गया. हालांकि कोई भी शराब के नशे में नहीं पाया गया. ट्रैफिक डीएसपी दिलीप खलखो ने बताया कि वर्तमान में 40 ब्रेथ एनालाइजर ट्रैफिक पुलिस के पास है़ उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस देर रात तक तैनात नहीं रहती है. इसलिए ब्रेथ एनालाइजर मशीन जिला पुलिस के गश्ती दल को भी दी जायेगी. इस अभियान का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है.
ट्रैफिक पुलिस करेंगे बटन कैमरा का प्रयोग
ट्रैफिक डीएसपी दिलीप खलखो ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस को 100 बटन कैमरा मिला है.एक दो दिन में सभी को बटन कैमरा उपलब्ध करा दिया जायेगा़ प्रमुख चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान बटन कैमरा से लैस होंगे़ आवश्यकता पड़ी, तो बटन कैमरा का फुटेज कंप्यूटर के माध्यम से निकाला जायेगा.