किसी भी प्रखंड में भाजपा को नहीं मिली बढ़त, हिरणपुर व अमड़ापाड़ा में वोट का अंतर कम रहा, लिट्टीपाड़ा प्रखंड में झामुमो को सबसे अधिक वोट
पाकुड़: लिट्टीपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को किसी प्रखंड में बढ़त नहीं मिली है. पार्टी को सभी प्रखंडों में दूसरे नंबर पर रही है. गोपीकांदर प्रखंड में भाजपा को काफी कम वोट मिले. वहां झामुमो को 10146 वोट मिला, जबकि भाजपा को महज 6016 वोट ही मिले. हिरणपुर व आमड़ापाड़ा में वोट का अंतर कम […]
पूरे चुनावी परिदृश्य और वोटों का रूझान देखें तो लिट्टीपाड़ा विधानसभा चुनाव में आदिवासी व अल्पसंख्यक वोट भाजपा के खिलाफ एकजुट हुए. वहीं प्रखंडों के शहरी इलाके में अन्य वर्गों का वोट भाजपा को मिला. यही कारण है कि भाजपा ने आदिवासी वोटों तक पहुंच बनाने में कामयाबी तो हासिल की, लेकिन अल्पसंख्यकों का दिल नहीं जीत पाये. पहाड़िया कार्ड जो भाजपा ने खेला था, उससे उसे फायदा तो हुआ लेकिन जो पहाड़िया क्रिश्चन हैं, वे भाजपा के साथ नहीं गये. आमड़ापाड़ा में झाविमो ने कहीं न कहीं भाजपा का खेल बिगाड़ दिया. क्योंकि आमड़ापाड़ा में झाविमो के किस्टो सोरेन को मिला है. पार्टी को पूरे चुनाव में नौ हजार से अधिक मत मिले हैं. इस तरह से देखा जाये तो इस चुनाव में अदिवासी वोटों का बिखराव नहीं हुआ, लेकिन झाविमो और निर्दलीय उम्मीदवारों ने भाजपा का खेल बिगाड़ दिया.