दुमका: पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने 16 अप्रैल से पोड़ैयाहाट के गायघाट में हजारों किसानों के साथ अनशन करने का एलान किया है. उन्होंने कहा कि अगर न्यायालय के वारंट के अनुरूप उन्हें वहां अनशन के दौरान गिरफ्तार कर लिया जाता है, तो भी वे जेल में अपना अनशन का आंदोलन जारी रखेंगे. मालूम हो कि गोड्डा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोतिया में पांच मार्च को अडाणी के पावर प्लांट के लिए हुई पर्यावरणीय जन सुनवाई के दौरान पुलिस पार्टी पर पथराव मामले में प्रदीप यादव के खिलाफ वारंटी हैं.
तारापीठ से दुमका लौटने के क्रम में मीडिया से बातचीत में श्री यादव ने कहा कि अडाणी के पावर प्लांट को लेकर सरकार का प्रत्येक कदम अवैधानिक है. गोड्डा में प्लांट लग भी जाता है, तो यहां उत्पादित होनेवाली बिजली बांग्लादेश जायेगी. पावर प्लांट बैठाने लायक क्षेत्र गोड्डा नहीं है. इस इलाके में घनी आबादी बसी हुई है. इससे काफी लोग विस्थापित होंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि इस पावर प्लांट के लिए जो जन सुनवाई हुई, वह लाठी-गोली के बल पर की गयी और प्रभावितों को इससे दूर रखा गया था. सरकार ने दो जांच समितियां भी बनायी, बावजूद भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी गयी. उन्होंने कहा कि वे किसानों के हित के लिए अंतिम मुकाम तक आंदोलन करेंगे. जब तक कंपनी वापस नहीं जायेगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा.
जहां कठोर होना चाहिए वहां सरकार कठोर नहीं : श्री यादव ने कहा कि जहां सरकार को कठोर होना चाहिए, वहां सरकार कठोर नही है. पूरा जमशेदपुर शहर मुख्यमंत्री के भाई और बेटा से परेशान है. घर में घुस कर उनके बेटे मारपीट करते हैं, दो दिनों तक एफआइआर नहीं होता. जब सिख समुदाय के लोग सड़क पर उतरते हैं, तब मजबूरन एफआइआर होता है. एक नहीं वहां के दर्जनों ऐसे उदाहरण हैं.
उनके कई विधायक ऐसे कुकृत्यों को अंजाम देते हैं, पर उनपर लगे आरोप व मुकदमें वापस लेने का प्रयास होता है, पर जो जनता के लिए लड़ता है, उन पर सरकार वारंट निकलवाती है. वार्ता के दौरान जेवीएम के केंद्रीय समिति सदस्य पिंटू अग्रवाल व जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह बिट्टू मौजूद थे.