उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा बिजली का बिल
रांची : रांची, जमशेदपुर, मेदिनीनगर में लोगों को बिजली बिल नहीं मिल रहा है. मार्च 2017 तक बिप्स नामक एजेंसी के माध्यम से मीटर रीडर उपभोक्ताओं तक बिजली बिल पहुंचाते थे. पहली अप्रैल से झारखंड बिजली वितरण निगम ने मीटर रीडिंग का काम नयी एजेंसी फ्लूयेंट ग्रिड लिमिटेड को दे दिया है. पुराने मीटर रीडरों […]
रांची : रांची, जमशेदपुर, मेदिनीनगर में लोगों को बिजली बिल नहीं मिल रहा है. मार्च 2017 तक बिप्स नामक एजेंसी के माध्यम से मीटर रीडर उपभोक्ताओं तक बिजली बिल पहुंचाते थे. पहली अप्रैल से झारखंड बिजली वितरण निगम ने मीटर रीडिंग का काम नयी एजेंसी फ्लूयेंट ग्रिड लिमिटेड को दे दिया है. पुराने मीटर रीडरों ने जनवरी से ही विरोध करते हुए काम बंद कर दिया था. इस कारण से पिछले तीन महीनों से लोगों को बिजली बिल समय पर नहीं मिल पा रहा है.
निगम की आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल एप पर बिजली उपभोक्ताओं का बिल पिछले तीन महीने से अपडेट नहीं है. निगम के ऑनलाइन सिस्टम में बिजली उपभोक्ताओं का तीन माह पुराना बिल ही दिखाया जा रहा है. ऑनलाइन भुगतान करनेवालों का भी अपडेट बिल तैयार नहीं है. उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है. उन्हें एक साथ कई महीनों बिल मिलने से बढ़ने वाले अतिरिक्त वित्तीय बोझ का भय सता रहा है.
ऊर्जा मित्रों के जरिये वन स्टॉप साॅल्यूशन का दावा : बिजली वितरण निगम ने एजेंसी फ्लूयेंट ग्रिड को राजधानी रांची के बिजली उपभोक्ताओं को ऊर्जा मित्र के रूप में एक स्टॉप सॉल्यूशन उपलब्ध कराने का काम सौंपा है. ऊर्जा मित्र लोगों के घरों में जाकर मीटर देखेंगे. इसके बाद बिल तैयार कर भुगतान स्वीकार करेंगे. नये कनेक्शन या लोड बढ़ाने-घटाने का भी काम करेंगे. ऊर्जा मित्रों की सहायता से बिजली बिल अधिकतम 24 घंटों में इंटरनेट वेबसाइट और मोबाइल एप पर अपटूडेट कर दिया जायेगा.
महीने के अंत तक स्थिति होगी सामान्य
झारखंड बिजली वितरण निगम के अधिकारी बताते हैं कि ऑनलाइन डेटा फीडिंग में परेशानी होने की वजह से थोड़ी दिक्कत हो रही है. इस महीने के अंत तक सभी बिजली उपभोक्ताओं का डेटा ऑनलाइन करने का काम पूरा कर लिया जायेगा. निगम द्वारा लगातार कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है. नये सिस्टम के लिए सेटअप तैयार करने में समय लग रहा है. अगले कुछ दिनों में सिस्टम फंक्शन करने लगेगा.