मैट्रिक परीक्षा का मूल्यांकन : हटाये गये दोनों परीक्षक, जांची गयी कॉपियां सील

मामला गणित की कॉपी की जांच फारसी के शिक्षक और हिंदी की कॉपी की जांच इतिहास के शिक्षक की ओर से किये जाने का रांची : रांची में जिला स्कूल मूल्यांकन केंद्र पर मैट्रिक के गणित विषय की कॉपी जांच रहे फारसी के शिक्षक शकील यूसुफ को हटा दिया गया है. हिंदी की कॉपी जांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 6:27 AM
मामला गणित की कॉपी की जांच फारसी के शिक्षक और हिंदी
की कॉपी की जांच इतिहास के शिक्षक की ओर से किये जाने का
रांची : रांची में जिला स्कूल मूल्यांकन केंद्र पर मैट्रिक के गणित विषय की कॉपी जांच रहे फारसी के शिक्षक शकील यूसुफ को हटा दिया गया है. हिंदी की कॉपी जांच रहे इतिहास के शिक्षक इंद्रदेव प्रसाद को भी हटाया गया है.
प्रभात खबर में इससे संबंधित समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावार सोमवार सुबह 11 बजे जिला स्कूल स्थित मूल्यांकन केंद्र पहुंचे. डीइओ ने दोनों को मूल्यांकन कार्य से हटा दिया. दोनों को अपने-अपने विद्यालय में योगदान देने को कहा गया है. दोनों फिलहाल किसी भी विषय की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन नहीं करेंगे.
शकील यूसुफ ने अब तक गणित की 75 और इंद्रदेव प्रसाद ने हिंदी की 71 कॉपियों की जांच की है. दोनों शिक्षकों की ओर से जांची गयी कॉपियों को अलग कर दिया गया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के निर्देश पर सभी कॉपियों को सील कर दिया गया. इनकी जांच फिर से करायी जायेगी.
परीक्षक के लिस्ट की जांच
जैक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिख मैट्रिक व इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए बनायी गयी परीक्षकों की सूची की फिर से जांच करने का निर्देश दिया है. जैक के परीक्षा नियंत्रक सत्यजीत कुमार ने बताया कि सभी डीइओ पत्र भेजा गया है.
पिछले वर्ष भी थे परीक्षक
शकील यूसुफ को पिछले वर्ष भी परीक्षक बनाया गया था. यूसुफ ने बताया कि उन्होंने फारसी की कॉपियों की ही जांच की थी. इंद्रदेव प्रसाद ने बताया कि उन्होंने परीक्षक के लिए भेजे गये पत्र में नियुक्ति का विषय इतिहास व अध्यापन का विषय हिंदी दिया था. जैक ने उन्हें हिंदी का परीक्षक बनाया.
जैक अध्यक्ष ने कहा
डीइओ की रिपोर्ट के अनुसार बनाया गया परीक्षक
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा है कि परीक्षक बनाने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की ओर से नाम भेजे जाते हैं. इसमें संबंधित शिक्षक की नियुक्ति व अध्यापन के विषय के बारे में जानकारी दी जाती है. शकील यूसुफ ने अपनी नियुक्ति का विषय फारसी व अध्यापन का विषय गणित बताया है. इसी तरह इंद्रदेव प्रसाद ने अपनी नियुक्ति का विषय इतिहास व अध्यापन का विषय हिंदी बताया था. इस कारण इन शिक्षकों को क्रमश: गणित व हिंदी का परीक्षक बनाया गया. जैक शिक्षकों द्वारा दी गयी जानकारी और डीइओ की रिपोर्ट के आधार पर ही परीक्षकों की नियुक्ति करता है. दोनों शिक्षक को अध्यापन के विषय में परीक्षक बनाया गया. अध्यापन विषय में भी परीक्षक बनाया जाता है.

Next Article

Exit mobile version