झासा के महासचिव ने दिया इस्तीफा
रांची : झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ के महासचिव यतींद्र प्रसाद ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया है. उन्होंने संघ के अध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा है कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बहुत से विषयों का वह प्रतिकार नहीं कर पा रहे हैं. अगर प्रतिकार हो भी रहा है, तो विरोध […]
रांची : झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ के महासचिव यतींद्र प्रसाद ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया है. उन्होंने संघ के अध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा है कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बहुत से विषयों का वह प्रतिकार नहीं कर पा रहे हैं. अगर प्रतिकार हो भी रहा है, तो विरोध एक भी मामलों का नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य कार्यकारिणी नाम मात्र की है.
न तो बैठकों में कोई आता है, न ही ज्ञापन देने के लिए प्रतिनिधिमंडल में कोई शामिल होना चाहता है. मैं खुद ज्ञापन तैयार करता हूं. खुद टाइप करता व निर्गत करता हूं और खुद ही संबंधित पदाधिकारी से मिल कर सौंपता हूं.
राज्य सचिवालय में चार-पांच अफसर ही किसी तरह संघ का अस्तित्व कायम करके चला रहे हैं. श्री प्रसाद ने लिखा है कि मूल कोटि के अफसरों को लगता है कि संघ मात्र वरीय पदाधिकारियों के हितों का संरक्षण करता है और मैं संघ का उपयोग रांची पदस्थापन के लिए कर रहा हूं.
पर उन्हें पता नहीं कि महासचिव पद पर रहते हुए पश्चिमी सिंहभूम व देवघर जिले में मेरी पदस्थापना रही है. ऐसी स्थिति में अध्यक्ष पद पर रहना, उचित नहीं होगा. उन्होंने अध्यक्ष से कहा कि राज्य कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दें. 10 सदस्यों की समिति गठित कर एक सप्ताह में आमसभा हो और इसमें नये महासचिव व अध्यक्ष चुने जायें. दोनों पद या दोनों में से एक पद अनिवार्य रूप से प्रथम से पांचवें बैंच के पदाधिकारियों को दिया जाये.