झारखंड सीएसआर सलाहकार समिति का किया जायेगा गठन

नवभारत जागृति केंद्र के सेमिनार में लिया गया फैसला रांची : होटल बीएनआर में आयोजित कॉरपोरेट काॅन्क्लेव अॉफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड क्लाइमेंट चेंज के सेमिनार में ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण असंतुलन के मद्देनजर झारखंड सीएसआर सलाहकार समिति के गठन का प्रस्ताव लाया गया. इस सेमिनार में एसोचैम, सीआइआइ, चेंबर, इंडियन चेंबर अॉफ कॉमर्स, पीएचडी चेंबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 2:16 AM
नवभारत जागृति केंद्र के सेमिनार में लिया गया फैसला
रांची : होटल बीएनआर में आयोजित कॉरपोरेट काॅन्क्लेव अॉफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड क्लाइमेंट चेंज के सेमिनार में ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण असंतुलन के मद्देनजर झारखंड सीएसआर सलाहकार समिति के गठन का प्रस्ताव लाया गया. इस सेमिनार में एसोचैम, सीआइआइ, चेंबर, इंडियन चेंबर अॉफ कॉमर्स, पीएचडी चेंबर अॉफ कॉमर्स, सीएमपीडीअाइ, सेल, ऊषा मार्टिन, इलेक्ट्रो स्टील, वैक्सपोल इंडस्ट्रीज तथा अन्य कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. सेमिनार का आयोजन नवभारत जागृति केंद्र और आइनेट के सहयोग से किया गया.
नवभारत जागृति केंद्र के सतीश गिरिजा ने बताया कि झारखंड कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व समिति के गठन का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि वर्तमान में कार्बन उत्सर्जन और ग्लोबल वार्मिंग के परिप्रेक्ष्य में कॉरपोरेट घरानों के सीएसआर फंड द्वारा जो गतिविधियां चलायी जा रही है वह पर्यावरण संतुलन के बुरे प्रभाव और स्थायी विकास की दिशा में पर्याप्त नहीं है. उन्होंने बताया कि स्कूल में बेंच-डेस्क देने या राहत सामग्री बांटने की जगह पर पेड़ लगाने, जैविक खेती और सौर ऊर्जा के उपयोग, वर्षा जल संग्रहण जैसे कार्य किये जाने चाहिए.ऊषा मार्टिन के मयंक मुरारी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का मुद्दा जीवन स्तर से जुड़ा है.
सही दृष्टिकोण और ईमानदार प्रयास से इस विषय को पंचायत स्तर पर ले जाना होगा. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर काम करने वाले एनजीओ को सीएसआर में शामिल किया जाना चाहिए. कार्यक्रम को माइरन, शालिनी, एसके सिंह, कौशिक गुप्ता, किरण सिंंह, शुभजीत मित्र मजुमदार, किशन अग्रवाल, सुष्मिता भट्टाचार्य व अन्य ने भी संबोधित किया.

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