हालात: विवि के शिक्षक अब जांचेंगे मैट्रिक की कॉपी
रांची : मैट्रिक परीक्षा 2017 की संताली की 9,777 उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए जिला स्कूल स्थित परीक्षा केंद्र पर रखा हुआ है. लेकिन, परीक्षक नहीं होने के कारण अब तक इन उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू नहीं हो पाया है. हाइस्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण इनका मूल्यांकन रांची विवि के स्नातकोत्तर जनजातीय भाषा विभाग […]
रांची : मैट्रिक परीक्षा 2017 की संताली की 9,777 उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए जिला स्कूल स्थित परीक्षा केंद्र पर रखा हुआ है. लेकिन, परीक्षक नहीं होने के कारण अब तक इन उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू नहीं हो पाया है. हाइस्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण इनका मूल्यांकन रांची विवि के स्नातकोत्तर जनजातीय भाषा विभाग के शिक्षकों से कराने का निर्णय लिया गया है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावर ने बताया कि इसकी तैयारी कर ली गयी है. संताली के साथ-साथ हो भाषा के 4,612 व पंचपरगनिया के 807 उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन के लिए भी परीक्षक नहीं नियुक्त हुए हैं. वहीं उरांव भाषा के 1897 व मुंडारी के 2179 कॉपी के मूल्यांकन के लिए मात्र एक-एक परीक्षक हैं.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा पहले एक परीक्षक के लिए प्रतिदिन 30 उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन का निर्धारण किया गया था, जिसे बाद में बढ़ा कर 40 करने को कहा गया है. ऐसे में एक परीक्षक 47 दिन में उरांव व 54 दिन में मुंडारी भाषा की कॉपी का मूल्यांकन कर पायेंगे. इस संबंध में जिला स्कूल के प्राचार्य सह केंद्र निदशक नरेंद्र कुमार ने बताया कि संताली, पंचपरगनिया व हो भाषा के उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए परीक्षक नहीं हैं. इस कारण अब तक इन विषयों की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू नहीं हो पाया है. अब विश्वविद्यालय के इन विषयों के शिक्षकों की सहायता से उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करायी जायेगी.
जैक ने बगैर सत्यापन कैसे नियुक्ति पत्र भेजा गलत विषय में परीक्षक बनाये जाने की जांच हो
झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष गोवर्द्धन अधिकारी, प्रमंडलीय अध्यक्ष डॉ श्रीमोहन सिंह व नंद गोपाल तिवारी ने शिक्षकों को गलत विषय में परीक्षक बनाये जाने के मामले की जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि क्या जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने जांच कर शिक्षकों का नाम परीक्षक के लिए भेजा. जैक ने बिना सत्यापन कराये कैसे नियुक्ति पत्र निर्गत कर दिया. संघ ने पूरे मामले की जांच की मांग की है.
फिर से परीक्षक बनाये जाने की सराहना : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ झारखंड प्रदेश माध्यमिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमरनाथ झा ने जिला स्कूल के मूल्यांकन केंद्र से हटाये गये दोनों परीक्षक को फिर से उनके नियुक्ति के विषय में परीक्षक बनाये जाने की सराहना की है. उन्होंने कहा है कि इससे मूल्यांकन में गुणवत्ता आयेगी. उन्हाेंने कहा कि परीक्षक बनाये जाने के मामले में नियुक्ति के विषय को प्राथमिकता देनी चाहिए. इससे मूल्यांकन में पारदर्शिता आयोगी. अध्यक्ष ने दोनों शिक्षक को फिर से परीक्षक बनाये जाने के लिए जैक अध्यक्ष व सचिव के प्रति आभार जताया है.
सेवानिवृत्त शिक्षकों से करायें कॉपी जांच
मूल्यांकन के लिए शिक्षकों की कमी के कारण जैक ने सेवानिवृत्त शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य में सेवा लेने को कहा है. वहीं सरकारी उच्च विद्यालय के शिक्षकों को मैट्रिक-इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में नहीं लगाया गया है. शंकरी उच्च विद्यालय इटकी में गणित समेत छह विषय के शिक्षक हैं. विद्यालय प्रबंधन द्वारा परीक्षक बनाने के लिए शिक्षकों का नाम भी जमा किया गया था. इसके बाद भी विद्यालय के एक भी शिक्षक को परीक्षक नहीं बनाया गया है. इससे पूर्व इस विद्यालय के शिक्षकों को परीक्षक बनाया जाता था.
जैक अध्यक्ष ने मूल्यांकन केंद्रों का किया निरीक्षण
झाराखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह ने बुधवार को राजधानी में बनाये गये विभिन्न मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पाया कि सभी केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य ठीक से संचालित किया जा रहा था. जैक अध्यक्ष संत पॉल कॉलेज, संत पॉल हाइस्कूल, संत मारग्रेट हाइस्कूल व संत जॉन्स इंटर कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र भी गये. उन्होंने इस क्रम में उत्तरपुस्तिकाओं की जांच कर रहे शिक्षकों के बारे में केंद्राधीक्षक से भी बात की़ उनके साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावर भी थे. उल्लेखनीय है कि राजधानी में मैट्रिक, इंटर साइंस व कॉमर्स की कॉपी का मूल्यांकन चल रहा है.
राज्य में हाइस्कूलों में शिक्षकों की कमी है. छात्रों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा में आवश्यकता के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं. इस कारण मैट्रिक की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन में परेशानी होती है. इसमें विवि के शिक्षकों का सहयोग भी लिया जाता है, ताकि मूल्यांकन समय पर हो.
अरविंद प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, जैक
जनजातीय भाषा विषय की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए शिक्षकों की कमी है. इस कारण इन भाषाओं की कॉपी जांचने के लिए विवि स्नातकोत्तर जनजातीय भाषा विभाग के शिक्षकों का सहयोग लिया जायेगा. इस संबंध में तैयारी पूरी कर ली गयी है. मूल्यांकन के लिए विवि के शिक्षक प्रतिनियुक्त किये जायेंगे.
रतन कुमार महावर, जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला स्कूल में मैट्रिक की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन हो रहा है. मूल्यांकन के लिए जनजातीय भाषा की उत्तरपुस्तिका भी आयी है, पर संताली, हो व पंचपरगनिया विषयों की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए परीक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है. इस कारण इन विषयों का मूल्यांकन शुरू नहीं किया गया है. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी व जैक को पत्र लिखा गया है.
नरेंद्र कुमार, प्राचार्य, जिला स्कूल सह केंद्र निदेशक
फारसी के शिक्षक अब गणित की नहीं, फारसी की ही कॉपी जांचेंगे
रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने फारसी के शिक्षक शकील युसूफ व इतिहास के शिक्षक इंद्रदेव प्रसाद को उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए फिर से प्रतिनियुक्ति पत्र जारी किया है. जैक द्वारा जारी दोनों परीक्षकों के मूल्यांकन के विषय में सुधार किया गया है. इस आशय पत्र झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने रांची के जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेज दिया है. मो शकील इससे पूर्व जिला स्कूल स्थित मूल्यांकन केंद्र में गणित व इंद्रदेव प्रसाद हिंदी की कॉपी का मूल्यांकन कर रहे थे. दोनों शिक्षक अब अपनी नियुक्ति के विषय में ही उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन करेंगे.
जैक द्वारा डीइओ को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जिला विद्यालय स्थित मूल्यांकन केंद्र पर प्रतिनियुक्त शिक्षक इंद्रदेव प्रसाद व शकील युसूफ द्वारा नियुक्ति के विषय के प्रतिकूल मूल्यांकन कार्य किये जाने के कारण उन्हें मूल्यांकन कार्य से हटा दिया गया था. मूल्यांकन के लिए इन दोनों शिक्षकों के लिए फिर से पत्र जारी किया गया है. इंद्रदेव प्रसाद अब जिला स्कूल में इतिहास व मो. शकील युसूफ गोस्सनर उच्च विद्यालय में फारसी की कॉपी का मूल्यांकन करेंगे.
फारसी के मूल्यांकन के लिए परीक्षक नहीं : राजधानी में एक ओर फारसी के शिक्षक गणित की कॉपी जांच रहे थे, वहीं फारसी की कॉपी जांचने के लिए परीक्षक नहीं था. गोस्सनर उच्च विद्यालय स्थित परीक्षा केंद्र पर फारसी की 870 उत्तरपुस्तिका पड़ी हुई है. केंद्र निदेशक जे कंडुलना ने बताया कि फारसी की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के परीक्षक नहीं होने के कारण मूल्यांकन शुरू नहीं हो पाया है. उल्लेखनीय है कि आजाद हाइस्कूल में फारसी की पढ़ाई होती है. विद्यालय में फारसी विषय में शिक्षक भी हैं, पर फारसी के शिक्षक को गणित के मूल्यांकन कार्य में लगा दिया गया था. इस कारण फारसी की कॉपी की जांच शुरू नहीं हो पायी थी. जैक ने अब फारसी के शिक्षक शकील युसूफ को गणित की कॉपी के मूल्यांकन कार्य से हटा दिया है. उन्हें गोस्सनर स्कूल स्थित मूल्यांकन केंद्र पर फारसी की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है.
शिक्षकों का प्रतिनियुक्ति पत्र फिर से जारी हुआ
गोस्सनर स्कूल में जांच के लिए पड़ी है 870 फारसी की कॉपियां
परीक्षक नहीं होने के कारण अब तक नहीं शुरू हो सका था फारसी का मूल्यांकन
जैक ने सभी डीइओ को लिखा पत्र
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है. सचिव ने सभी डीइओ को मूल्यांकन के लिए नियुक्त परीक्षक द्वारा मूल्यांकित किये जा रहे उत्तरपुस्तिका व उनके नियुक्ति विषय की जांच कराने को कहा है. इसमें किसी तरह की गड़बड़ी होने पर इसकी समीक्षा कर इसमें सुधार करने को कहा गया है. इधर दूसरी ओर सभी मूल्यांकन केंद्रों पर डीइओ द्वारा उनकी नियुक्ति के विषय व मूल्यांकन किये जा रहे विषय की जानकारी ली गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मूल्यांकन केंद्र निदेशक से यह जानकारी जल्द से जल्द देने को कहा है.