बारात लेकर रांची से रामगढ़ जा रही बस पतरातू घाटी में पलटी, आठ मरे, 60 घायल

संवाददाता, रांची रांची में कांके के नगड़ी गांव से बारात लेकर रामगढ़ के गेगदा गांव जा रही बस पतरातू घाटी में राहा पुल के पास पलट गयी. घटना में आठ लोगों की मौत हो गयी. 60 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2017 5:12 PM

संवाददाता, रांची

रांची में कांके के नगड़ी गांव से बारात लेकर रामगढ़ के गेगदा गांव जा रही बस पतरातू घाटी में राहा पुल के पास पलट गयी. घटना में आठ लोगों की मौत हो गयी. 60 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. मृतकों व घायलों में बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग भी शामिल हैं. घटना रविवार दिन के करीब 3.30 बजे की है. छह घायलों को कांके के एक नर्सिंग होम में भरती कराया गया है, जबकि अन्य का इलाज रिम्स में चल रहा है.

बताया जाता है कि बस (जेएच-02एच-2337) में करीब 125 लोग सवार थे. 60 से अधिक लोग बस की छत पर बैठे थे. घटना के बाद बस के चालक और खलासी का कोई पता नहीं चल पाया है. बताया जाता है कि खलासी बस चला रहा था और उसकी लापरवाही से ही बड़ी दुर्घटना हुई.

पुलिस व प्रशासन ने दिखायी मुस्तैदी

दुर्घटना के तुरंत बाद पिठोरिया थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने कंट्रोल रूम को घटना की सूचना दी. इसके बाद विभिन्न अस्पतालों से 12 एंबुलेंस को दुर्घटनास्थल पर भेजा गया. पुलिस ने आनन-फानन में एक हाफ डाल ट्रक, हाइवे पेट्रोल वाहन और एंबुलेंस से घायलों को रिम्स पहुंचाया. रिम्स में घायलों के पहुंचने पर इमरजेंसी में बेड कम पड़ गये. इस कारण जमीन पर ही घायलों को लिटा कर इलाज शुरू किया गया. दुर्घटना की सूचना के बाद रिम्स के निदेशक समेत कई सीनियर डॉक्टर भी पहुंच गये.

खलासी चला रहा था बस, तेल बचाने के लिए इंजन कर दिया था बंद

दुर्घटना में घायल नेहा ने बताया कि पुलिस चेक पोस्ट से आगे बढ़ने के बाद चालक ने खलासी को बस की स्टीयरिंग सौंप दी. घायलों के अनुसार, खलासी ने तेल बचाने के लिए घाटी में बस का इंजन बंद कर दिया. गीयर को न्यूट्रल में डाल दिया. ढलान होने की वजह से बस घाटी में लुढ़कने लगी थी. इंजन बंद होने के कारण बस की स्टीयरिंग जाम हो गयी. ब्रेक भी ठीक से काम करना बंद कर दिया. इससे मोड़ पर खलासी ने नियंत्रण खो दिया और बस पलट गयी.

धूमधाम से निकली थी बारात

कांके के नगड़ी गांव निवासी महादेव उरांव के बेटे भगत उरांव की शादी रामगढ़ के बासल थाना क्षेत्र के गेगदा गांव निवासी दिलेश्वर लकड़ा की पुत्री सुमंती देवी से तय हुई थी. निर्धारित समय दिन के 2.45 बजे भगत उरांव की बारात धुमधाम से गेगदा गांव के लिए निकली थी.

सीएम ने की मदद की घोषणा

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पतरातू घाटी में हुई बस दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि ईश्वर दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिजनों को शक्ति प्रदान करे. उन्होंने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.

ओवरलोड थी बस पुलिस ने रोका था

पिठौरिया थाने के दारोगा विकास कुमार ने बताया कि बस के भीतर और छत पर 100 से अधिक लोग सवार थे. थाने के पास चेक पोस्ट पर बस को रोका गया था. पुलिस ने ओवर लोड होने की वजह से बस को रोक दिया था. इसके बाद बस पर सवार लोगों ने काफी अनुरोध किया कि सभी बारात में जा रहे हैं, देरी होगी, इसलिए जाने दें. तब पुलिस ने बस को जाने दिया.

मृतकों के नाम

राहुल टोप्पो (14 साल), पिता – विश्वनाथ टोप्पो

चरण उरांव (14), पिता – महादेव उरांव

लाला टोप्‍पो (12), पिता – घुन्नू टोप्पो

मूसा टोप्पो (13), पिता – स्व लंगड़ी टोप्पो

बुद्धराम लोहरा (40), पिता – कोहरा लोहरा

सुरीप टोप्‍पो (16) पिता – बसंत टोप्‍पो

रोहन उरांव (13), सभी थाना नगड़ी, जिला रांची के निवासी.

Next Article

Exit mobile version