खिलाड़ियों की मदद के लिए राजभवन हमेशा तैयार

राज्यपाल ने कस्तूरबा विद्यालय सिल्ली व बिरसा मुंडा तीरंदाजी केंद्र का निरीक्षण किया, कहा सिल्ली : अब यह राज्य पिछड़ा नहीं रहेगा. इसमें देश का नंबर वन राज्य बनने की क्षमता है. राज्य में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. केवल इन्हें तराशने की जरूरत है. दुनिया के कई देशों में राज्य को महेंद्र सिंह धौनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2017 6:20 AM
राज्यपाल ने कस्तूरबा विद्यालय सिल्ली व बिरसा मुंडा तीरंदाजी केंद्र का निरीक्षण किया, कहा
सिल्ली : अब यह राज्य पिछड़ा नहीं रहेगा. इसमें देश का नंबर वन राज्य बनने की क्षमता है. राज्य में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. केवल इन्हें तराशने की जरूरत है. दुनिया के कई देशों में राज्य को महेंद्र सिंह धौनी व दीपिका जैसी प्रतिभाओं के दम पर पहचान मिली है.
राज्य के तीरंदाज भगवान बिरसा मुंडा व सिदो कान्हू के वंशज हैं. तीर-धनुष इनकी रगों में है इसलिए आनेवाले दिनों में सिल्ली के ही तीरंदाज अोलिंपिक में पदक जीतेंगे, इसमें कोई दो राय नहीं है. यह बातें राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने कही. वह गुरुवार को सिल्ली के बिरसा मुंडा तीरंदाजी केंद्र में आयोजित समारोह को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि समय बदल चुका है अब केवल पढ़ाई से ही नहीं खेल में भी कैरियर बन सकता है. राज्यपाल ने कहा कि वह छोटे से स्थान में ढेरों प्रतिभाएं देख अभिभूत हो गयीं. इन्हीं प्रतिभाओं से राज्य की पहचान है. इनकी मदद के लिए राजभवन का दरवाजा हर पल खुला है.
पूर्व खेल मंत्री सह राज्य विकास परिषद के उपाध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि बड़े व विकसित देश संसाधनों में समृद्ध हो सकते हैं लेकिन खेल से लगाव जितना यहां है वह और कहीं नहीं. खेल निदेशक रमेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए हर प्रयास कर रही है. इन्हें विदेशोें में प्रशिक्षण दिलाने के लिए भी सरकार सहयोग करती है. बिरसा मुंडा तीरंदाजी केंद्र के कोच प्रकाश राम ने केंद्र के बारे में जानकारी दी. संचालन सुनील कुमार सिंह ने किया. राज्यपाल ने राजकीय मानभूम छऊ नृत्य कला केंद्र व रुडसेट संस्थान भी देखा. रुडसेट के निदेशक उदय कुमार सहित प्रशिक्षुओं से कई जानकारी ली.

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