तोड़े जा रहे बिना प्लानिंग बनी नाली के स्लैब

निर्माण में अनियमितता. इंजीनियरों ने पायी खामियां, शिकायत पर की गयी कार्रवाई रांची : मोमेंटम झारखंड के दौरान शहर सौंदर्यीकरण योजना के तहत पथ निर्माण विभाग ने कई सड़कों का चौड़ीकरण किया. इस क्रम में सड़क के दोनों किनारे नाली का भी निर्माण कराया गया. नाली को स्लैब से ढंका भी गया. स्लैब के ऊपर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2017 5:54 AM
निर्माण में अनियमितता. इंजीनियरों ने पायी खामियां, शिकायत पर की गयी कार्रवाई
रांची : मोमेंटम झारखंड के दौरान शहर सौंदर्यीकरण योजना के तहत पथ निर्माण विभाग ने कई सड़कों का चौड़ीकरण किया. इस क्रम में सड़क के दोनों किनारे नाली का भी निर्माण कराया गया. नाली को स्लैब से ढंका भी गया. स्लैब के ऊपर टाइल्स भी लगाये गये, ताकि इसकी सुंदरता बरकरार रहे और पैदल आने-जानेवालों को सहूलियत हो. कांटाटोली चौक से कोकर चौक-बूटी मोड़ होते हुए विकास तक सड़क व नाली का निर्माण कराया गया, परंतु दो माह बाद यह पता चला कि नाली का स्लैब बेतरतीब तरीके से बनाया गया है. इसके बाद इन स्लैब को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है.
नाली के ऊपर बनाये गये स्लैब को तोड़ने के लिए जेसीबी मशीन लगा दी गयी है. वहीं मजदूर भी हथौड़ा चला कर स्लैब तोड़ने में लगे हैं. शनिवार को भी स्लैब तोड़ने का काम कोकर चौक से लेकर दीपाटोली तक किया गया. स्लैब तोड़ने व फिर से ढलाई करने में आनेवाले खर्च का वहन ठेकेदार को ही करना होगा.
कहीं एक, तो कहीं डेढ़ फीट ऊंची है नाली : मोमेंटम झारखंड इंवेस्टर्स समिट के के मद्देनजर रात-दिन की मेहनत से केवल दो सप्ताह में नाली तो बना दी गयी, लेकिन सड़क किनारे जिनके घर थे, उनके घर के समीप कहीं पर नाली एक फीट, तो कहीं पर डेढ़ फीट ऊंची हाे गयी. इस कारण लोगों को अपने घरों से वाहन निकालने में दिक्कत हो रही है.
फिर से ढलाई का काम शीघ्र शुरू होगा : पथ निर्माण विभाग के निर्देश पर जल्द ही नाली का लेबल सड़क के लेबल के मुताबिक किया जायेगा. तोड़ने का काम समाप्त होते ही नये सिरे से ढलाई की जायेगी. फिर उसके ऊपर टाइल्स लगाया जायेगा. इस बात का ख्याल रखा जायेगा कि नाली ढलाई से लोगों को परेशानी न हो.
अब प्लानिंग के अनुसार ही काम होगा. नाली के स्लैब को तोड़ कर सड़क के लेबल से थोड़ा ऊपर किया जायेगा. इसमें यह देखा जायेगा कि पानी का बहाव भी बेहतर तरीके से हो और लोगों को अपने घरों व दुकानों से निकलने में दिक्कत न हो. स्लैब बना कर फिर से उसे टाइल्स लगा कर सुंदर किया जायेगा.
रास बिहारी सिंह, अभियंता प्रमुख, पथ निर्माण विभाग

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