सुझाव माननेवाला दूसरा राज्य बना झारखंड
रांची : रघुवर सरकार द्वारा अगला बजट दिसंबर में पेश करने की घोषणा स्वागत योग्य कदम है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि यह पुरानी बेड़ियों को तोड़ने का निर्णय है. ऐसे भी नीति आयोग ने सुझाव दिया था कि जनवरी से दिसंबर तक वित्तीय वर्ष की गणना करने में आसानी होगी. […]
रांची : रघुवर सरकार द्वारा अगला बजट दिसंबर में पेश करने की घोषणा स्वागत योग्य कदम है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि यह पुरानी बेड़ियों को तोड़ने का निर्णय है. ऐसे भी नीति आयोग ने सुझाव दिया था कि जनवरी से दिसंबर तक वित्तीय वर्ष की गणना करने में आसानी होगी. श्री शाहदेव ने कहा कि रघुवर सरकार तुरंत निर्णय लेने वाली सरकार है.
मध्य प्रदेश के बाद झारखंड ऐसा दूसरा राज्य बन गया है, जिसने नीति आयोग के सुझाव पर अमल किया. राज्य में वित्तीय अनुशासन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले बजट की 95 प्रतिशत राशि खर्च की गयी और इस वर्ष पूरे राष्ट्र में सबसे पहले झारखंड ने अपना बजट पेश किया. श्री शाहदेव ने स्कूली पाठ्यक्रम में पहली बार झारखंड की संस्कृति को शामिल करने के राज्य सरकार के निर्णय का भी स्वागत किया है.
कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार रघुवर सरकार ने झारखंड में बोली जाने वाली भाषाएं, स्थानीय साहित्य, झारखंड के साहित्यकार व उनकी रचनाएं, झारखंड की चित्रकारी, झारखंड के लोकगीत एवं त्योहारों का विस्तृत ब्योरा स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल कराया है