पानी के लिए शहर में चलेगा मिशन बूंद अभियान

रांची: शहर की स्वयंसेवी संस्था इंपावर झारखंड, कांग्रेस पार्टी और झारखंड नवनिर्माण मंच के संयुक्त तत्वावधान में मिशन बूंद अभियान पूरे रांची शहर में चलाया जायेगा. कार्यक्रम के संबंध में इंपावर झारखंड के अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस के सचिव आदित्य विक्रम जायसवाल ने कहा कि मिशन बूंद रांची में भयावह रूप ले चुकी जल समस्या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2017 6:05 AM
रांची: शहर की स्वयंसेवी संस्था इंपावर झारखंड, कांग्रेस पार्टी और झारखंड नवनिर्माण मंच के संयुक्त तत्वावधान में मिशन बूंद अभियान पूरे रांची शहर में चलाया जायेगा. कार्यक्रम के संबंध में इंपावर झारखंड के अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस के सचिव आदित्य विक्रम जायसवाल ने कहा कि मिशन बूंद रांची में भयावह रूप ले चुकी जल समस्या पर लोगों काे जागरूक करने की एक मुहिम है. इस मुहिम के तहत जल संकट से ग्रस्त मोहल्लों में लोगों को नुक्कड़ नाटक, जनसभा व हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से जागरूक किया जायेगा.
इसके अलावा शहर के 250 से अधिक मोहल्ले जहां रांची नगर निगम पानी उपलब्ध कराने में सक्षम नहीं है, वहां संस्था द्वारा जलापूर्ति की जायेगी. इसके अलावा जिन मोहल्लों में चापाकल खराब है या पाइपलाइन नहीं है, ऐसे मोहल्ले में उपजे इस जल संकट को दूर करने के लिए नगर निगम पर दबाव बनाया जायेगा.
जनता पानी के लिए तरस रही
झारखंड नवनिर्माण मंच के राजीव रंजन ने कहा कि एक और सरकार स्मार्ट सिटी बनाने की बात कर रही है. वहीं दूसरी और शहर की जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है. सरकार एक ही काम के लिए कई सलाहकार नियुक्त करने में जुटी है. इसकी भी जांच होनी चाहिए.
भूगर्भ जल का हो रहा है अत्याधिक दोहन
भूगर्भशास्त्री डॉ नीतीश प्रियदर्शी ने कहा कि राजधानी आज कंक्रीट के महल में तब्दील हाेती जा रही है. जलस्रोतों पर अतिक्रमण किया जा रहा है. ऐसे में शहर में जल संकट आना लाजिमी है. उन्होंने कहा कि शहर में अंधाधुंध बोरिंग हो रही है. भूगर्भ जल का अत्याधिक दोहन हो रहा है. मौके पर मणिकांत झा, राहुल रे, राजेश सिन्हा सन्नी अदि उपस्थित थे.
डिस्टिलरी तालाब के डीपीआर में गड़बड़ी
श्री जायसवाल ने कहा कि नगर निगम ने डिस्टिलरी तालाब का जो डीपीआर बनाया है, उसमें भी कई गड़बड़ी है. फेज वन के तहत जो तालाब बनाया गया है, उसका साइज बहुत ही छोटा है. जबकि फेज टू के तहत नाले को ही तालाब के रूप में दर्शाया गया है. निगम की इस गड़बड़ी के खिलाफ संस्था जल्द ही हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटायेगी.

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