रिम्स में अब होगी कान की माइक्रो सर्जरी
रांची : रिम्स के इएनटी विभाग में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को माइक्रो सर्जरी में प्रशिक्षण के लिए टेंपोरल बोन डिसेक्शन लैब का निर्माण किया जायेगा. लैब रिम्स के फाॅरेंसिक विभाग में स्थापित किया जायेगा, जिसमें विद्यार्थियों को बताया जायेगा कि कैसे टेंपोरल (कान की हड्डी) से कान के अंदरूनी हिस्से तक पहुंच कर ऑपरेशन […]
रांची : रिम्स के इएनटी विभाग में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को माइक्रो सर्जरी में प्रशिक्षण के लिए टेंपोरल बोन डिसेक्शन लैब का निर्माण किया जायेगा. लैब रिम्स के फाॅरेंसिक विभाग में स्थापित किया जायेगा, जिसमें विद्यार्थियों को बताया जायेगा कि कैसे टेंपोरल (कान की हड्डी) से कान के अंदरूनी हिस्से तक पहुंच कर ऑपरेशन किया जा सकता है.
लैब को खोलने के लिए केंद्र सरकार ने फंड उपलब्ध करा दिया है. लैब के संचालन के लिए कर्मचारी भी केंद्र सरकार ही मुहैया करायेगी. इएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पीके सिंह ने बताय कि पहले हमारे पास इंटीग्रेटेड टेंपोरल बोन डिसेक्शन लैब नहीं था. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने मेडिकल कॉलेजों में इंटीग्रेटेड लैब के निर्माण करने का निर्देश दिया है. इससे मेडिकल एजुकेशन के तहत विद्यार्थियों को माइक्रो सर्जरी की जानकारी देने में आसानी होगी.
एनाटोमी में भी बनेगा टेंपोरल बोन डिसेक्शन लैब : इएनटी विभाग का टेंपोरल बोन डिसेक्शन लैब एनाटोमी विभाग में स्थापित किया जायेगा. इससे एमबीबीएस की पढ़ाई करने के शुरुआती दौर में विद्यार्थियों को वहीं माइक्रो सर्जरी के शिक्षण की जानकारी दी जा सके. दूसरे लैब को स्थापित करने के लिए रिम्स राज्य सरकार से फंड मुहैया कराने का आग्रह करेगा.