स्कूली बच्चों को मिलेगा दूध
रांची : नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) और गव्य विकास विभाग राजधानी के सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले वाले एक हजार बच्चों को सुबह-सुबह पीने के लिए दूध देगा. गव्य विकास विभाग और एनडीडीबी ने यह योजना तैयार की है. इसके लिए मानव संसाधन विकास विभाग का सहयोग लिया जायेगा. मानव संसाधन विकास विभाग के सहयोग […]
रांची : नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) और गव्य विकास विभाग राजधानी के सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले वाले एक हजार बच्चों को सुबह-सुबह पीने के लिए दूध देगा. गव्य विकास विभाग और एनडीडीबी ने यह योजना तैयार की है. इसके लिए मानव संसाधन विकास विभाग का सहयोग लिया जायेगा. मानव संसाधन विकास विभाग के सहयोग से राजधानी में स्कूलों का चयन किया जायेगा. यह स्कीम सरकारी स्कूलों में चलेगी. इस पर खर्च होनेवाली राशि का प्रावधान एनडीडीबी करेगा.
200 मिली लीटर दूध दिया जायेगा
स्कूली बच्चों को सुबह-सुबह मेधा का 200 मिली लीटर दूध दिया जायेगा. दूध देने वाली योजना शुरू करने से पहले बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जायेगी. इसमें बच्चों का ग्रोथ, आयरन और विटामिन की कमी के साथ-साथ स्कूलों में ड्राॅप आउट का भी अध्ययन किया जायेगा. स्कीम छह माह चलेगी. छह माह के बाद फिर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करायी जायेगी. स्वास्थ्य में हुए बदलाव और ड्राॅप आउट की स्थिति से स्कूली एवं साक्षरता विभाग को अवगत कराया जायेगा. अगर प्रयोग सकारात्मक रहा, तो अन्य स्कूलों में भी इस स्कीम को लागू करने की अनुशंसा सरकार से की जायेगी.
इस स्कीम को शुरू करने में सरकार का एक पैसा नहीं लगेगा. यह पैसा एनडीडीबी के पास है. इसकी शुरुआत करने के लिए सरकार की अनुमति की जरूरत है. इस दिशा में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से बात हो रही है. उम्मीद है, जल्द ही इसका फायदा राज्य के स्कूली बच्चों को मिलेगा.
मुकुल प्रसाद सिंह, उप निदेशक, गव्य विकास विभाग