अब टेंडर के माध्यम से काम करायेगा झालको
पहले लाभुक समिति से होता था काम झालको प्रबंध पर्षद ने बैठक कर बदल दिया समिति में तीन से पांच सदस्यों को रखने का प्रावधान था रांची : झालको में अब लाभुक समिति से काम नहीं होगा. काम अब टेंडर के माध्यम से कराया जायेगा. 2006 में झालको ने लाभुक समिति के माध्यम से काम […]
पहले लाभुक समिति से होता था काम
झालको प्रबंध पर्षद ने बैठक कर बदल दिया
समिति में तीन से पांच सदस्यों को रखने का प्रावधान था
रांची : झालको में अब लाभुक समिति से काम नहीं होगा. काम अब टेंडर के माध्यम से कराया जायेगा. 2006 में झालको ने लाभुक समिति के माध्यम से काम कराने का निर्णय लिया था. इसे झालको प्रबंध पर्षद ने बैठक कर बदल दिया है. कई स्कीम की संविदा निकाली जा रही है. इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. पहले 10 लाख रुपये या उससे कम का काम लाभुक समिति के माध्यम से कराने का प्रावधान था. लाभुक समिति में तीन से पांच सदस्यों को रखने का प्रावधान था. इसमें एक महिला, एक अनुसूचित जाति व जनजाति के सदस्य का होना अनिवार्य था.
सेवानिवृत्ति के दिन ही निकला नयी नियुक्ति का आदेश
मेदनीनगर में अवर क्षेत्रीय प्रबंधक के पद पर पदस्थापित दयाशंकर सिंह की सेवानिवृत्ति के दिन ही नयी नियुक्ति का आदेश निकल गया. श्री सिंह 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हुए थे. उसी दिन उनको संविदा के अधार पर नियुक्त करने का आदेश निकला गया. उनको नौ हजार रुपये प्रतिमाह पर रखा गया है. आदेश में निदेशक पर्षद की स्वीकृति की प्रत्याशा रखी गयी है.
चार कर्मी हटाये गये
झालको में संविदा पर काम कर रहे चार कर्मियों को हटा दिया गया है. इनमें नवीन कुमार, ललित कुमार पाठक, राम विलास सिंह और राम प्रसाद शर्मा हैं. हटाये जाने वाले आदेश में निदेशक मंडल के निर्णय का हवाला दिया गया है.