रांची में गरमी ने तोड़ा 55 वर्षो का रिकार्ड, गरमी फूल, बिजली हाफ, हालत बाप रे बाप !
गरमी ने सोमवार को राजधानी रांची में अधिकतम तापमान का करीब 55 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया, जो सामान्य से करीब सात डिग्री सेल्सियस अधिक है. इंडियन मेटलर्जी डिपार्टमेंट के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले 30 मई 1962 और एक मई […]
गरमी ने सोमवार को राजधानी रांची में अधिकतम तापमान का करीब 55 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया, जो सामान्य से करीब सात डिग्री सेल्सियस अधिक है. इंडियन मेटलर्जी डिपार्टमेंट के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले 30 मई 1962 और एक मई 1999 में रांची का अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
रांची: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राजधानी रांची में सोमवार इस मौसम का सबसे गरम दिन के रूप में दर्ज किया गया. अालम यह था कि राजधानी का तापमान जमशेदपुर, बोकारो और चाईबासा से भी अधिक रहा. हालांकि, राज्य का सबसे गरम शहर डालटनगंज रहा, जहां अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इधर, रांची में गरमी के तेवर सुबह छह बजे से ही तल्ख थे और लोग उमस से परेशान थे. दिन चढ़ने के साथ धूप और तीखी होती चली गयी, जिसकी वजह से सुबह दस बजे के बाद से ही शहर की सड़कों पद सन्नाटा दिखने लगा था. मौसम विज्ञान विभाग की मानें, तो राजधानी में मई माह के दूसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान 37-38 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही होना चाहिए. जबकि, पिछले दो दिनों से राजधानी का अधिकतम तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकाॅर्ड किया जा रहा है. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है कि अगले तीन दिनों तक रांची के लोगों को ऐसी ही गरमी झेलनी पड़ेगी.
कई जिलों के लिए चेतावनी जारी : मौसम विज्ञान विभाग ने गरमी को देखते हुए कई जिलों के लिए चेतावनी जारी की है. विभाग ने कहा है कि गुमला, रांची, पलामू, चतरा, लातेहार, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां में गरम हवाएं चल सकती हैं. इन जिलों में लोगों को खुले में निकलने से बचने की जरूरत है. राज्य के कुछ जिलों में गर्जन के साथ बारिश भी हो सकती है.
हीट स्ट्राेक से बचें, नहीं तो हो जायेंगे परेशान
राजधानी में भीषण गरमी पड़ रही है. ऐसे में हल्की लापरवाही से आप हीट स्ट्रोक यानी लू का शिकार बन सकते हैं. रिम्स और सदर अस्पताल की ओपीडी में तो मौसमी बीमारी से पीड़ित मरीज भी पहुंचने लगे हैं. रिम्स के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अनिताभ कुमार ने बताया कि मौसमी बीमार से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ गयी है. सर्दी, खांसी, उल्टी, बुखार एवं पेट में दर्द की समस्या लेकर परिजन इलाज कराने आ रहे है. कई बच्चों को भरती करना पड़ रहा है.
सोमवार को राज्य के कुछ जिलों का तापमान
जिला अधिकतम न्यूनतम
रांची 43.2 26.0
बोकारो 41.2 26.7
चाईबासा 42.8 27.4
डालटनगंज 44.6 29.0
जमशेदपुर 42.4 28.4
पिछले 10 साल का अधिकतम तापमान
वर्ष तापमान
2007 39.6
2008 40.2
2009 43.0
2010 41.7
2011 42.4
2012 42.0
2013 41.5
2014 39.9
2015 41.7
2016 41.6