कांग्रेस का सदस्यता अभियान : छह वर्ष में 20 हजार सक्रिय सदस्य ही जोड़ पाये

रांची: कांग्रेसी पिछले छह वर्ष में 20 हजार सक्रिय सदस्य बना पाये है़ं वर्ष 2011 में सदस्यता अभियान की शुरुआत हुई थी़ पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को नये लोगों को जोड़ने की जिम्मेवारी दी गयी थी़ वर्ष 2014 तक अभियान ठप रहा़ लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद ही पार्टी के नेता-कार्यकर्ता अभियान में जुटे़. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2017 6:49 AM
रांची: कांग्रेसी पिछले छह वर्ष में 20 हजार सक्रिय सदस्य बना पाये है़ं वर्ष 2011 में सदस्यता अभियान की शुरुआत हुई थी़ पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को नये लोगों को जोड़ने की जिम्मेवारी दी गयी थी़ वर्ष 2014 तक अभियान ठप रहा़ लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद ही पार्टी के नेता-कार्यकर्ता अभियान में जुटे़.

छह वर्षों तक चले अभियान में अब तक कागज पर ही सक्रिय कार्यकर्ता और सदस्य बनाये गये है़ं चुनाव प्राधिकरण सदस्यता फॉर्म की स्क्रूटनी करेगा़ पार्टी की गाइडलाइन पर ही सदस्य बनाने है़ं कई बार फरजी तरीके से सदस्यों की संख्या बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया जाता है़ केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने सदस्यता अभियान की अंतिम तिथि 15 मई की गयी़ जानकारी के अनुसार पिछले दिन समाप्त हुए अभियान में चार लाख लोगों को जोड़ने का वादा किया गया है़.

चुनाव आयोग की हिदायत पर देश भर में सांगठनिक चुनाव : पिछले कई वर्षों से केंद्रीय व प्रदेश स्तर पर कांग्रेस का सांगठनिक चुनाव टलता रहा है़ वर्ष 2015 में ही पार्टी का सांगठनिक चुनाव होना था, लेकिन राजनीतिक वजहों से चुनाव टलता रहा़ चुनाव आयोग ने पार्टी को हिदायत दी कि सांगठनिक चुनाव करायें, नहीं तो निबंधन रद्द कर दिया जायेगा़ इसके बाद देश व प्रदेश में सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई़ कांग्रेस का चुनाव प्राधिकरण इस वर्ष अक्तूबर तक पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र स्थापित करेगा.
इधर हो रहा है चुनाव, उधर बन रही है कमेटी : प्रदेश कांग्रेस में कई जिलों में वर्षों से कमेटी नहीं है़ सांगठनिक चुनाव की घोषणा के बाद प्रदेश में जिला कमेटियों का गठन हो रहा है़ हाल के दिनों में लातेहार, पलामू, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां सहित कई जिलों में कमेटी की घोषणा की गयी़ प्रदेश में कुछ महीने बाद होनेवाले सांगठनिक चुनाव के बाद इन कमेटियों का कोई मतलब नहीं है़.

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