जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता लोगों का विकास हो: मुख्यमंत्री
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हर जनप्रतिनिधियों की पहली प्राथमिकता क्षेत्र का विकास होनी चाहिए. विधानसभा में जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाना, सरकारी योजनाओं को अपने क्षेत्र में लागू कराना व समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों तक विकास की रोशनी पहुंचाना सभी का लक्ष्य होना चाहिए. यह बातें श्री दास […]
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हर जनप्रतिनिधियों की पहली प्राथमिकता क्षेत्र का विकास होनी चाहिए. विधानसभा में जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाना, सरकारी योजनाओं को अपने क्षेत्र में लागू कराना व समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों तक विकास की रोशनी पहुंचाना सभी का लक्ष्य होना चाहिए. यह बातें श्री दास ने प्रोजेक्ट भवन में विधायक बिरंची नारायण की पुस्तक के विमोचन के बाद कही. उन्होंने विधानसभा में उठायें सवालों तथा उनके जवाबों के अलावा अन्य भाषणों के इस संकलन को महत्वपूर्ण प्रयोग बताते हुए कहा कि लोकतंत्र में पारदर्शिता आवश्यक है. ऐसे प्रकाशन के माध्यम से राज्य की जनता को जानकारी देने के लिए बिरंची नारायण बधाई के पात्र हैं.
विधायक बिरंची नारायण ने बताया कि यह पुस्तक का दूसरा खंड है. विधानसभा के प्रारंभिक सत्रों के प्रश्नों का पहला खंड पिछले साल प्रकाशित हुआ था. विधानसभा में उठाये गये जनहित के महत्वपूर्ण मामलों की जानकारी आम नागरिकों को होनी चाहिए. इसी उद्देश्य से इस पुस्तक का प्रकाशन किया गया है.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, सचिव सुनील बर्णवाल, बीस सूत्री के प्रदेश अध्यक्ष राकेश प्रसाद के अलावा राजधानी तथा बोकारो विधानसभा क्षेत्र के लोग मौजूद थे.
निवेश करें, सरकार देगी सुविधाएं : सीएम
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य में ज्यादा-से-ज्यादा उद्योग लगे, ताकि लोगों को रोजगार मिल सके और राज्य को भी राजस्व की प्राप्ति हो सके.
झारखंड में निवेशकों का स्वागत है. निवेशकों को यहां निवेश करने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं. श्री दास मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में राज्य सरकार और मॉरिशस की कंपनी शिवानी के साथ हुए एमओयू के दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. श्री दास ने कंपनी के अधिकारियों से कहा कि आज ही जमीन का चयन कर लें, ताकि भूमि पूजन समारोह में उनकी कंपनी भी शामिल हो सके.
स्वेटर निर्माण की लगेगी इकाई : सुभाष रामचरण
शिवानी कंपनी के प्रबंध निदेशक सुभाष रामचरण ने बताया कि यहां स्वेटर निर्माण की इकाई स्थापित की जायेगी. कंपनी को पांच एकड़ जमीन की जरूरत है. इस फैक्टरी के शुरू होने से लगभग 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा. झारखंड में उन्हें सरकार से काफी सकारात्मक सहयोग मिला. यही कारण है कि आंध्र प्रदेश के बुलावे के बावजूद झारखंड को चुना. उनका उत्पाद अमेरिका, यूरोप, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को निर्यात किया जाता है. दुनिया के बड़े ब्रांड उनके द्वारा तैयार उत्पाद की मार्केटिंग करते हैं. कार्यक्रम में उद्योग सचिव सुनील बर्णवाल, उद्योग निदेशक के रविकुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
सीएम आज करेंगे 230 करोड़ की पथ परियोजनाओं का शिलान्यास
मुख्यमंत्री रघुवर दास 17 मई को मिलन चौक पर 230 करोड़ की पथ परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इस कार्यक्रम में सांसद रामटहल चौधरी, सिल्ली विधायक अमित कुमार, ईचागढ़ विधायक साधु चरण महतो, सरायकेला जिला परिषद की अध्यक्ष शकुंतला माहली मौजूद रहेंगी.
रंगामाटी-टीकर-हजाम-बंता-सिल्ली व आदरडीह-मिलन चौक पथ का निर्माण पथ निर्माण विभाग व झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकार की ओर से किया जायेगा. रंगामाटी-टीकर-हजाम-बंता-सिल्ली पथ की प्राक्कलित राशि लगभग 130 करोड़ रुपये है. पथ की लंबाई 37.5 किलोमीटर है. एनएच-33 रांची-जमशेदपुर राजमार्ग पर स्थित रंगामाटी से यह पथ प्रारंभ होकर टीकर-हजाम-बंता होते हुए रांची-मुरी पथ पर सिल्ली में मिलती है. इस सड़क के बन जाने से जमशेदपुर से रामगढ़ जानेवाले वाहनों के लिए यह एक वैकल्पिक मार्ग होगा. इस पथ के उपयोग से एनएच-33 वाया रांची की तुलना में दूरी लगभग 20 किलोमीटर कम हो जायेगी. परिचालन समय में लगभग एक घंटा की बचत होगी. वहीं, आदरडीह-मिलन चौक पथ की प्राक्कलित राशि लगभग 100 करोड़ रुपये है.
पथ की लंबाई 47.5 किलोमीटर है. एनएच-32 पर चांडिल से 13.5 किलोमीटर की दूरी से यह पथ प्रारंभ होकर सिल्ली-बंता-हजाम-टीकर पथ के 22वें किलोमीटर में मिलन चौक पर मिलता है. इस प्रकार एनएच-32 से एनएच-33 स्थित रंगामाटी जाने के लिए यह एक वैकल्पिक मार्ग होगा. दोनों पथों के बन जाने से आसपास के क्षेत्रों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास होगा.