वरीय अधिकारियों ने पकड़ी सदर अस्पताल में लापरवाही, जुड़वां बच्चे को सिंगल, लड़की को लड़का बताया
रांची: सदर अस्पताल के चिकित्सक अपने काम में जल्दबाजी दिखाते हैं और लापरवाही भी. अस्पताल के चिकित्सकों ने जुड़वां बच्चे को कागज पर सिंगल और बच्ची (फीमेल चाइल्ड) को बच्चा (मेल चाइल्ड) बता दिया है. वरीय अधिकारी इसे लापरवाही मान रहे हैं. उनका कहना है कि मामूली जांच के दौरान जब दो गलतियां पकड़ में […]
रांची: सदर अस्पताल के चिकित्सक अपने काम में जल्दबाजी दिखाते हैं और लापरवाही भी. अस्पताल के चिकित्सकों ने जुड़वां बच्चे को कागज पर सिंगल और बच्ची (फीमेल चाइल्ड) को बच्चा (मेल चाइल्ड) बता दिया है. वरीय अधिकारी इसे लापरवाही मान रहे हैं. उनका कहना है कि मामूली जांच के दौरान जब दो गलतियां पकड़ में अा गयीं, तब तो यही लापरवाही जच्चा-बच्चा से जुड़े दूसरे काम में भी होती होगी. दरअसल, सदर अस्पताल में 10 मई को एक महिला सुमन देवी ने जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया था.
पर चिकित्सक ने अपने सलाह स्लिप में अकेले फीमेल चाइल्ड का जिक्र किया है. उसी तरह 11 मई को एक महिला पूजा देवी ने अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया. पर सलाह स्लिप पर चिकित्सक ने फीमेल की जगह मेल (बच्चा) लिखा है. वरीय अधिकारियों के अनुसार लगता है चिकित्सक आंखें मूंद कर काम करते हैं. गौरतलब है कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने तथा जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के प्रति सरकार गंभीर है. सरकारी अस्पतालों में सिजेरियन बच्चे (सी-सेक्शन) पर भी काफी जोर दिया जा रहा है.
अवैध तरीके से गर्भपात करानेवाला गिरोह भी सक्रिय
इधर, सदर अस्पताल, रांची में महिलाअों के अवैध तरीके से गर्भपात कराने वाला गिरोह भी सक्रिय है. नियमत: गर्भपात सिर्फ चिकित्सक ही कर सकते हैं. पर गिरोह के लोग कुछ एएनएम या ग्रेड-ए नर्स की मदद से गर्भपात करा कर पैसे वसूलते हैं. एक अधिकारी के अनुसार अस्पताल में घूमने वाले दलालों के हौसले इतने बढ़ गये हैं कि ये किसी चिकित्सक के सामने ही गर्भवती को अनचाहे गर्भ से छुटकारा का अॉफर देने लगते हैं. बाद में अस्पताल के किसी कमरे में चुपचाप काम कर दिया जाता है.