आम आदमी परेशान: एसबीआइ : नियमित नहीं मिल रही करेंसी, रिजर्व बैंक : तीन दिनों में दिये 350 करोड़

राजधानी रांची में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) के 120 एटीएम हैं, जिनमें से 35 फीसदी बंद हैं. इसके पीछे की एक वजह रैनसमवेयर है, दूसरी वजह है कैश की किल्लत. एसबीआइ प्रबंधन का कहना है कि रिजर्व बैंक की तरफ से नियमित रूप से करेंसी नहीं मिल रही है. वहीं, रिजर्व बैंक का कहना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2017 7:09 AM
राजधानी रांची में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) के 120 एटीएम हैं, जिनमें से 35 फीसदी बंद हैं. इसके पीछे की एक वजह रैनसमवेयर है, दूसरी वजह है कैश की किल्लत. एसबीआइ प्रबंधन का कहना है कि रिजर्व बैंक की तरफ से नियमित रूप से करेंसी नहीं मिल रही है. वहीं, रिजर्व बैंक का कहना है कि तीन दिनों में एसबीआइ के रांची स्थित करेंसी चेस्ट को 350 करोड़ रुपये दिये गये हैं, एेसे में कैश की किल्लत कैसे हो सकती है? वजह चाहे जो भी हो, लेकिन इन सब के बीच एसबीआइ के खाताधारक एटीएम से खाली हाथ लौट रहे हैं.
रांची: रिजर्व बैंक के बड़े करेंसी चेस्ट रांची में हैं और सभी कोषागार बैंक से जुड़े हुए हैं. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) प्रबंधन का कहना है कि रिजर्व बैंक की तरफ से नियमित रूप से करेंसी नहीं दी जा रही है. इससे एटीएम में पैसे की किल्लत हो गयी है. वहीं, रैनसमवेयर अटैक को लेकर एसबीआइ प्रबंधन एहतियाती कदम उठा रहा है. बैंक के सभी कंप्यूटरों पर सघन एंटीवायरस अभियान चलाये जा रहे हैं. बैंक के कुछ एटीएम में लोगों को परेशानी हो रही है. यह बताया जा रहा है कि वायरस की वजह से ट्रांजैक्शन रोका भी जा रहा है.

रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक पैट्रिक बारला ने एसबीआइ प्रबंधन के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि एसबीआइ को पिछले तीन दिनों में 350 करोड़ रुपये दिये गये हैं. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में रिजर्व बैंक के 29 से अधिक करेंसी चेस्ट में पैसे की कोई कमी नहीं है. मार्केट में अधिक करेंसी उपलब्ध है. बैंक के पटना कार्यालय से सभी बैंकों की जरूरतों पर निगरानी रखी जा रही है. फिलहाल, सभी बैंकों की तरफ से वन-वे ट्रैफिक की तरह करेंसी शाखाओं में भेजी जा रही है, जिसकी वजह से अस्थायी रूप से पैसे की मांग अधिक बढ़ गयी है. उन्होंने कहा कि आवश्यक पड़ने पर रिजर्व बैंक करेंसी का कंसाइग्नमेंट रांची मंगा रहा है. रिजर्व बैंक की तरफ से एटीएम को ड्राइ नहीं रखने का निर्देश भी दिया गया है.
अन्य बैंकों को रिजर्व बैंक से कोई शिकायत नहीं : केनरा बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, कारपोरेशन बैंक, यूनियन बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इलाहाबाद बैंक और अन्य में कैश की कमी नहीं है. इनके एटीएम भी ठीकठाक चल रहे हैं. कैनरा बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक देवानंद साहू ने कहा कि रिजर्व बैंक से समय पर पैसे मिल रहे हैं. हालांकि, यह कम हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में बैंक के 180 में से 149 एटीएम काम कर रहे हैं. रैनसमवेयर की वजह से 22 को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. राजधानी में बैंक के सभी एटीएम चालू हालत में हैं. उधर, यूको बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक आरबी सहाय ने कहा कि झारखंड में बैंक के सभी 51 एटीएम चल रहे हैं. शाखाओं में भी पैसे की कोई कमी नहीं है. पंजाब नेशनल बैंक के आंचलिक प्रबंधक पीके प्रधान ने कहा कि झारखंड में बैंक के 108 शाखाओं में पैसे की कोई कमी नहीं है. बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से भी पैसे की कमी नहीं होने की बात कही गयी है.
संभावित साइबर अटैक को देखते हुए रिजर्व बैंक ने समय-समय पर एंटीवायरस चलाने का निर्देश दिया है. फिलहाल, झारखंड में करेंसी की कोई कमी हो. बैंकों के पास अपनी रीटेंशन लिमिट से अधिक करेंसी है. करेंसी चेस्ट में भी यही स्थिति है.
पैट्रिक बारला, क्षेत्रीय निदेशक, रिजर्व बैंक
राजधानी में एटीएम की स्थिति
बैंक का नाम कुल एटीएम स्थिति
स्टेट बैंक 120 से अधिक 35 फीसदी बंद
एचडीएफसी बैंक 28 चालू
एक्सिस बैंक 28 10 बंद
पंजाब नेशनल बैंक 10 से अधिक चालू
कैनरा बैंक 19 चालू
आइसीआइसीआइ बैंक 20 से अधिक चालू हालत में
बैंक ऑफ इंडिया आधा दर्जन से अधिक चालू स्थिति
यूको बैंक 06 चालू हालत
इलाहाबाद बैंक 06 चालू हालत
यूनियन बैंक 9 से अधिक चालू हालत में

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