रांची नगर निगम: मुफ्त में करते रहे पानी का इस्तेमाल, बिल आया तो फर्जीवाड़ा कर बता दिया कनेक्शन ही नहीं लिया था

रांची नगर निगम के टैक्स कलेक्शन का कार्य देख रही स्पैरो साॅफ्टटेक एजेंसी नगर निगम को ही आर्थिक नुकसान पहुंचा रही है. इसमें कंपनी के सुपरवाइजर शामिल हैं, जिन्हें कंपनी के अधिकारी प्रश्रय दे रहे हैं. तभी तो ऐसे गड़बड़ी सामने आने के बावजूद सुपरवाइजरों पर कार्रवाई नहीं होती है. रांची: कंपनी की भारी गड़बड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2017 7:10 AM
रांची नगर निगम के टैक्स कलेक्शन का कार्य देख रही स्पैरो साॅफ्टटेक एजेंसी नगर निगम को ही आर्थिक नुकसान पहुंचा रही है. इसमें कंपनी के सुपरवाइजर शामिल हैं, जिन्हें कंपनी के अधिकारी प्रश्रय दे रहे हैं. तभी तो ऐसे गड़बड़ी सामने आने के बावजूद सुपरवाइजरों पर कार्रवाई नहीं होती है.
रांची: कंपनी की भारी गड़बड़ी का ताजा मामला वार्ड नंबर 20 के वर्द्धमान कंपाउंड का है. यहां कंपनी के सुपरवाइजरों ने पानी के कुछ बड़े बकायेदारों के बिल माफी की साजिश रची. बिल कैसे माफ होगा, इसकी पूरी जानकारी भी पानी के बड़े बकायेदारों को दी. पूरे प्लान के तहत ऐसे बकायेदारों के भवन की जांच इन सुपरवाइजरों ने की.

जांच करके इन सुपरवाइजरों ने यह रिपोर्ट भी दी कि संबंधित व्यक्ति के घर में कोई वाटर कनेक्शन ही नहीं है. इसलिए इनके नाम पर चल रहे पुराने बिल को बंद किया जाये. साथ ही इन्हें नया पानी का कनेक्शन दिया जाये. इस प्रकार से बड़े बकायेदारों को नये सिरे से पानी का कनेक्शन दिया गया. मामले की जानकारी जब वार्ड पार्षद श्रवण कुमार महतो को मिली, तो उन्होंने इसकी पूरी सूचना नगर आयुक्त प्रशांत कुमार को दी. साथ ही आशंका जतायी की टैक्स कलेक्टरों ने ऐसी हेराफेरी अन्य वार्डों में भी की होगी. ऐसे में इसकी उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए.

बदल दिये नाम और होल्डिंग नंबर
नगर निगम के वाटर बोर्ड में वाटर कनेक्शन देने की पूरी प्रक्रिया आॅनलाइन है. इस प्रक्रिया में कभी एक नाम के व्यक्ति को दो वाटर कनेक्शन नहीं दिया जाता है. टैक्स कलेक्टरों ने इसमें भी हेरफेर करके कहीं पर नाम के आगे मिस्टर जोड़ दिया तो कहीं पर नाम के पीछे के टाइटल को हटाकर ही वाटर कनेक्शन दे दिया. जिनके नाम में कोई फेरबदल नहीं की गयी ऐसे लोगों को नये सिरे से होल्डिंग नंबर देेकर उन्हें वाटर कनेक्शन दे दिया गया.
अगर किसी ने टैक्स कलेक्टरों के साथ मिल कर ऐसा किया है, तो वे जान लें कि उनका पैसा कभी माफ नहीं होगा. उल्टा उनसे पुराने और नये दोनों कनेक्शन का पैसा वसूला जायेगा.
नरेश सिन्हा,
पीआरओ, रांची नगर निगम

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